
-श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में सन टू ह्युमन फाउण्डेशन के नए दृष्टिकोण वाले शिविर में शामिल हुए 4 हजार से अधिक साधक
-नाभि और मस्तिष्क की शक्तियों को बढ़ाने के सूत्र सीखे
कोटा. कोटा शहर में सन टू ह्युमन फाउंडेशन के द्वारा श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में आयोजित नए दृष्टिकोण वाले निःशुल्क शिविर का समापन गुरूवार को हो गया। इस शिविर में 4 हजार से अधिक शहरवासी शामिल हुए। यहां प्राचीन ज्ञान एवं आधुनिक विज्ञान के समागम से अपने शरीर को स्वस्थ, मन को आनंदित और स्व चेतना की झलक के लिए सही आहार, सही व्यायाम, सही ध्यान के सूत्र बताए गए।साधकों द्वारा फाउण्डेशन के संस्थापक गुरुदेव परम आलय के सान्निध्य में नियमित सम्यक आहार, सम्यक व्यायाम और सम्यक ध्यान करने का संकल्प किया गया। समापन अवसर पर एलन के निदेशक डॉ.गोविन्द माहेश्वरी द्वारा कृतज्ञता ज्ञापन किया गया एवं शिविर में बताते गए सभी सूत्रों को काव्य में पिरोते हुए सुंदर कविता पाठ किया गया। इस अवसर पर साधकों ने गुरुदेव का अभिनंदन भी किया।
गुरुदेव परमआलय ने कहा कि हमारा सात्विक व पौष्टिक आहार के माध्यम से विचारों में शुद्धता लाने का अभियान है। इसीलिए इस शिविर में परिवार सहित शामिल होने का आह्वान किया जाता है ताकि पूरे परिवार के आहार में बदलाव हो सके। आहार ही ब्रह्म है और यही यहां समझाया जाता है। वास्तविक जीवन में मनुष्य अपने काम में इतना व्यस्त है कि वो जीवन का उद्देश्य ही भूल चुका है। क्यों जी रहा है, कहां जाना है, कुछ पता नहीं। सुबह से शाम हो जाती है, दिन का काम पूरा होना ही एक सुकून होता है। हमारे विचारों की शुद्धता में बड़ा प्रभाव आहार का होता है, इसीलिए इस शिविर के माध्यम से सात्विक और पौष्टिक आहार पर जोर दिया जाता है।
परम आलय ने कहा कि इस शिविर का ध्येय प्रवचन नहीं प्रयोग है। हमें मन की शक्तियों को विकसित करना है। इसके लिए नस- नाड़ियों के लचीलेपन के लिए व्यायाम क्रियाएं, श्वास पर नियंत्रण के लिए योग क्रियाएं और शरीर की स्वस्थता के लिए अदृश्य नाश्ते का आहार दिया जा रहा है, जिससे कि आप पूर्ण स्वस्थता की ओर बढ़ सकें। परम आलय द्वारा इस विषय से संबंधित लोगों की जिज्ञासाएं भी शांत की गई।
शिविर में सम्यक आहार, सम्यक नाभि झटका प्रयोग एवं सम्यक ध्यान से शरीर में ऊर्जा निर्माण का प्रयास किया जाता है। इन क्रियाओं के माध्यम से लोगों ने न केवल वजन घटाया है बल्कि अपनी अनेक शारीरिक एवं मानसिक बीमारियों जैसे हाई ब्लड प्रेशर, थाइरोइड , अस्थमा, डिप्रेशन, हार्ट प्रॉब्लम, माइग्रेन, कब्ज को भी अपने जीवन से बाहर किया है और अपनी मस्तिष्क की शक्तियों को जगाकर जीवन की हर ऊंचाई को सरलता से प्राप्त किया है।