
-राजेन्द्र गुप्ता-

जानें घटस्थापना का शुभ मुहूर्त, महाविद्याओं की होगी पूजा
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हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है। वैदिक पंचांग के अनुसार, साल में कुल 4 नवरात्रि पड़ती है। जिसमें से दो चैत्र और शारदीय नवरात्रि होती है। इसके साथ ही 2 गुप्त नवरात्रि होती है। इस दौरान 10 महाविद्याओं क पूजा करने का विधान है। इन नौ दिनों के दौरान तांत्रिक सिद्धियां की जाती है। पंचांग के अनुसार, आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से गुप्त नवरात्रि आरंभ होती है। आइए जानते हैं कब से शुरू हो रही है आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि। इसके साथ ही जानें कलश स्थापना का मुहूर्त और दस महाविद्याओं के बारे में…
कब से कब तक है आषाढ़ गुप्त नवरात्रि?
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हिंदू पंचांग के अनुसार, गुप्त नवरात्र 6 जुलाई, 2024, शनिवार से शुरू हो रही है, 15 जुलाई, 2024, सोमवार को समाप्त होगी। इस साल तृतीया तिथि दो दिन पड़ रही है। इसलिए आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि पूरे 10 दिन पड़ेगी।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि में कलश स्थापना मुहूर्त
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हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 06 जुलाई को सुबह 05 बजकर 11 मिनट से लेकर 07 बजकर 26 मिनट के बीच का है। अभिजीत मुहूर्त-सुबह 11 बजे से 12 बजे तक ।
गुप्त नवरात्रि में इन 10 महाविद्याएं की होगी पूजा
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आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि के दौरान 10 महाविद्याओं की पूजा करने का विधान है। इस दौरान मां काली, तारा, छिन्नमस्ता, षोडशी, भुवनेश्वरी, त्रिपुर भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी और कमला माता की पूजा की जाती है।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2024 तिथि
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6 जुलाई 2024 – आषाढ़ गुप्त नवरात्रि प्रतिपदा तिथि, घटस्थापना मुहूर्त
7 जुलाई 2024 – आषाढ़ गुप्त नवरात्रि द्वितीया तिथि
8 जुलाई 2024 – आषाढ़ गुप्त नवरात्रि तृतीया तिथि
9 जुलाई 2024 – आषाढ़ गुप्त नवरात्रि तृतीया तिथि
10 जुलाई 2024 – आषाढ़ गुप्त नवरात्रि चतुर्थी तिथि
11 जुलाई 2024 – आषाढ़ गुप्त नवरात्रि पंचमी तिथि
12 जुलाई 2024 – आषाढ़ गुप्त नवरात्रि षष्ठी तिथि
13 जुलाई 2024 – आषाढ़ गुप्त नवरात्रि सप्तमी तिथि
14 जुलाई 2024 – आषाढ़ गुप्त नवरात्रि महाष्टमी
15 जुलाई 2024 – आषाढ़ गुप्त नवरात्रि महानवमी
गुप्त नवरात्रि का महत्व
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आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के अलावा मां काली और अन्य महाविद्याओं की पूजा करने का विधान है। इस दौरान तांत्रिक, साधक और अघोरी तंत्र मंत्र की सिद्धि करने के लिए गुप्त साधना करते हैं। इसमें महाविद्याओं की पूजा गुप्त तरीकों से की जाती है।
राजेन्द्र गुप्ता,
ज्योतिषी और हस्तरेखाविद
मो. 9116089175