
कोटा। लगभग 15 घंटे से जारी अनवरत वर्षा के दौर से कोटा शहर का अधिकांश इलाका जल भराव से बुरी तरह प्रभावित है। जहां बस्तियों और कॉलोनियों में बारिश का पानी भर गया वहीं सड़कों पर जल जमाव से रास्ते जाम हो गए। सरकारी कार्यालय और पॉश कालोनियां भी बारिश के कहर से नहीं बचीं। जिले के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों में जिला कलक्टर ने आज अवकाश घोषित किया है। उधर, कोटा बैराज से सुबह दस बजे से तीन लाख क्यूसेक पानी की निकासी ने चंबल के डाउन स्टीम में रहने वालों के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। प्रशासन ने नदी किनारे के सभी स्कूलों के प्रबंधन को अलर्ट मोड पर रखा है।
चंबल में पानी बढने के साथ नदी किनारे की बस्तियों को खाली कराया जाएगा। ऐसे में यहां के रहवासियों को इन स्कूलों में आश्रय दिया जाएगा। इस बीच लगातार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया। कई इलाकों में पानी जमा होने से रास्ते जाम हो गए तो सडकों पर वाहन फंस गए। गवर्मेंट कॉलेज वाले रोड पर अंटाघर चौराहे की तरफ़ एक बड़ा पेड़ गिर गया है,रास्ता बंद हो गया है। कुछ जगह पेड़ गिरने की सूचना है। कल बारिश शुरू होने के बाद कई इलाकों में बिजली की समस्या भी रही। यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल लगातार प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क बनाए हुए हैं। उन्होंने जलभराव वाले क्षेत्रों में राहत कार्याे के लिए विशेष निर्देश दिए तथा निचली बस्तियों के लोगो को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने को कहा है। उन्होंने आमजन से अपील की है कि जिला प्रशासन द्वारा जारी की जा रही गाइडलाइन की करें पालना। भारी बारिश के कारण आज राष्ट्रीय दशहरा मेला समिति कोटा की होने वाली बैठक को अगली तारीख तक स्थगित कर दिया गया है । भारी बारिश के चलते झालावाड़ जिला कलेक्टर ने सभी राजकीय और निजी विद्यालयों का सोमवार और मंगलवार का अवकाश किया घोषित । बून्दी जिला कलक्टर डॉ रविंद्र गोस्वामी द्वारा भारी बारिश में सतर्कता सावधान बरतने के लिए आमजन से की अपील ।







