
कोटा। हाड़ोती किसान यूनियन के कैम्प कार्यालय से किसानों को (धान, गेहूं, लहसुन आदि फसल उत्पादकों) उत्पादन लागत के आधार पर फसल विक्रय हेतु मंडियों में उपज बेचने आने आने पर केन्द्रीय कृषक कल्याण एवं कृषि मंत्री शिवराजसिंह चौहान सहित राज्य के कृषि मंत्रियों को किसानों के हितों में नीतियां बनाने के लिए पत्र प्रेषित किए।

किसान यूनियन के प्रतिनिधि एवं राष्ट्रीय युवा संगठन के पूर्व प्रदेश संयोजक-राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य जगदीश कुमार ने प्रेषित पत्रों में अवगत करवाया की देश के करोड़ों कृषि उपज को उत्पादन करने वाले किसानों को समय पर फसल बेचने की स्थिति में मंडियों में आने पर सरकारों द्वारा बनाई जाने वाली नितियों से किसानों को हजारों करोड़ों रुपए की हानि उठाने के लिए विवष होना पड़ता है ऐसी स्थिति में केन्द्र सरकार की ओर से समर्थन मूल्य पर खरीद कि जाने वाली लगभग 23 फसलों को खरीद की सीमा एवं समय अवधि घोषित किए जाने के कारण हानि उठानी पड़ती है! जगदीश कुमार ने केंद्र एवं राज्य सरकारों को पत्र में आग्रह किया है कि सम्पूर्ण उत्पादित फसलों को सम्पूर्ण वर्ष भर खरिद करने की नितियां बनाने की आवश्यकता बताई एवं आयात – निर्यात की घोषणाएं भी उत्पादन लागत में किसान हितों को देखते हुए खरीद किए जाने की जरूरत बताई, जैसे कि बासमती धान उत्पादकों को आयात – निर्यात नितियों के कारण लाखों मेट्रिक टन (कोटा संभाग राजस्थान में लगभग 10-12 लाख मेट्रिक टन)को एक हजार से बाहर सो प्रति क्विंटल कम मूल्यों पर बेचने पर विवश होना पड़ा है तथा हाड़ोती के लहसुन उत्पादकों को भी विगत वर्ष की तुलना में एक लाख रुपए से डेढ़ लाख रुपए प्रति मेट्रिक टन कम मूल्यों पर वर्तमान समय पर बैचने के लिए विवश होना पड़ रहा है इससे हाड़ोती के किसानों को लगभग 80 हजार से एक लाख करोड़ की हानि उठाने के लिए विवष होना पड़ेगा!
वर्तमान में गेहूं कि स्टोक (भंडारण)सीमा दो सौ पचास मेट्रिक टन घोषित किए जाने से भी किसानों को दो सो से चार सौ रुपए प्रति क्विंटल बाजार भाव मूल्य कम मिलने की स्थिति तैयार हों रहीं है। पत्र में स्टोक सीम पांच हजार मेट्रिक टन किये जाने का आग्रह भी किया गया है जबकि पूर्व में तीन हजार मेट्रिक टन लगभग निर्धारित होने से किसानों को समर्थन मूल्य से उपर मूल्य प्राप्त हों रहा था इस सन्दर्भ हाड़ोती किसान यूनियन एवं विभिन्न किसान संगठन के प्रतिनिधि हाड़ोती किसान यूनियन के महामंत्री एवं राष्ट्रीय किसान समन्वय समूह के राष्ट्रीय संयोजक किसान नेता दशरथ कुमार नेतृत्व में बजट सत्र के सयम होली बाद देश कृषि मंत्री एवं सम्बंधित केन्द्रीय मंत्रियों से मिलकर किसानों को राहत दिलाने के आग्रह करेंगे।