
-शाहबाद घाटी संरक्षण संघर्ष समिति बारां
बारां।” शाहबाद घाटी के सौंदर्य और वैभव के कारण ही शाहबाद को राजस्थान का कश्मीर कहा जाता है जिसमें देश भर में पाई जाने वाली औषधीय पेड़ों की 450 प्रजातियों में से 332 प्रजातियां पाई जाती हैं। लगभग 100 प्रकार के विभिन्न वन्य जीवों का यहां आवागमन और आवास है,इसे हम किसी भी कीमत पर नहीं कटने देंगे।”ये विचार शाहबाद घाटी संरक्षण संघर्ष समिति बारां द्वारा शाहबाद संरक्षित वन अभ्यारण्य क्षेत्र के लाखों पेड़ों को बचाने की मांग के साथ प्रताप चौक पर हस्ताक्षर अभियान के शुभारंभ अवसर पर समिति संरक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता प्रशान्त पाटनी कुन्जेड ने व्यक्त किए।
शहर के मुख्य चौराहे प्रताप चौक पर शनिवार सुबह 9 बजे से शुरू हुई इस मुहिम के बारे में जानकारी देते हुए समिति सदस्य मुकेश सोनी और शशांक नंदवाना ने बताया कि ” हमने आम जनता जनार्दन के हस्ताक्षरों के साथ देश के राष्ट्रपति,सुप्रीम कोर्ट के सर्वोच्च न्यायाधीश, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र सिंह यादव, देश के प्रमुख सचिव ,राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर के मुख्य न्यायाधीश और राजस्थान के वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ,राजस्थान के मुख्य सचिव से मांग करते हैं कि ग्रीनको एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड हैदराबाद द्वारा शाहबाद संरक्षित वन अभ्यारण्य क्षेत्र में लगाए जाने वाले पम्पड स्टोरेज प्रोजेक्ट को बारां जिले में अन्यत्र स्थापित किया जाए ।
समिति के आव्हान पर आज सुबह 9 बजे से विभिन्न आयुवर्ग के विभिन्न क्षैत्रो में कार्य करने वाले आम नागरिकों द्वारा इस पत्र पर हस्ताक्षर किए गए । इस हस्ताक्षर अभियान में आस पास के गांवों से बारां आने वाले ग्रामीणों ने भी हिस्सा लिया। हस्ताक्षर अभियान में होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के महेंद्र कुमार शर्मा, स्व ओमप्रकाश व्यास सेवा संस्थान के अंशुल व्यास, अभिभाषक परिषद सदस्य भारत भूषण सक्सेना, इंटेक बारां चैप्टर के कन्वीनर जितेन्द्र कुमार शर्मा,प्राइवेट स्कूल एसोशिएशन के मुकेश शर्मा,श्री राधा गोविन्द स्मृति सेवा संस्थान बारां के निखिलेश सोनी,संयुक्त व्यापार महासंघ सदस्य खाद व्यापारी महेन्द्र कुमार,सर्राफा व्यापार संघ के सदस्य रिंकू सोनी समेत कई अन्य संस्थाओं के पदाधिकारियों और सदस्यों द्वारा शाहबाद जंगल बचाओ आंदोलन के समर्थन में हस्ताक्षर किए गए।
समिति के भानु गुप्ता और सदस्या सुश्री नयना हाड़ा ने बताया कि “यह अभियान प्रति शनिवार सुबह प्रताप चौक पर आयोजित किया जाएगा। 5001 हस्ताक्षर युक्त इस पत्र के माध्यम से न्यायपालिका,कार्य पालिका,विधायिका से शाहबाद जंगल के लाखों पेड़ों को बचाने हेतु मांग की जाएगी ।”