
बारां। “हिंदी हम सब की मातृभाषा है इसके विकास और प्रचार प्रसार के लिए आमजन को अभी भी काम करने की आवश्यकता है।”
यह विचार संभागीय गीतकार भेरूलाल भास्कर ने पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग जयपुर के राजकीय संग्रहालय बारां एवं भारतीय सांस्कृतिक निधि वराह नगरी बारांअध्याय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित हिंदी दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर व्यक्त किए। अध्यक्षता करते हुए भारतीय सांस्कृतिक निधि बारां के वरिष्ठ सदस्य ओम प्रकाश शर्मा ने कहा कि” भारतीय सांस्कृतिक निधि सदैव ही संस्कृति से जुड़े प्रत्येक कार्य को करने के प्रति जागरूक रही है और भविष्य में भी इसी तरह के कार्य करती रहेगी । “समारोह के मुख्य वक्ता अखिल भारतीय साहित्य परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष प्रद्युम्न वर्मा ने कहा कि “आधुनिक परिवेश में हिंदी की महत्ता बहुत ज्यादा है क्योंकि हम सभी आधुनिकता के आवरण को ओढ़ चुके हैं। यदि हम इसे जन संवाद की भाषा बनाना चाहते हैं तो हमें अभी भी संघर्ष करना होगा ,प्रयास करने होंगे।
पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के राजकीय संग्रहालय बारां द्वारा भारतीय सांस्कृतिक निधि वराह नगरी बारां अध्याय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित हिंदी दिवस समारोह के अंतर्गत विचार गोष्ठी एवं काव्य गोष्ठी के विशिष्ट अतिथि डॉक्टर मनोज कुमार सिंगोरिया ने कहा कि “हिंदी का उद्भव अत्यन्त प्राचीन भाषा संस्कृत से हुआ है जिसे हम हमारे समाज के लिए एक धरोहर और विरासत का विशेष स्वरूप मान सकते हैं । ” अन्य विशिष्ट अतिथि साहित्यकार हेमराज बंसल ने कहा कि ” यह एक ऐसी भाषा है जो हमें माता के मातृत्व का अनुभव करती है । हमें इस भाषा के प्रोन्नति वाले पक्ष को लेकर अपने प्रयास करने होंगे।”जिले के वरिष्ठ गीतकार हरि अग्रवाल ने विशिष्ट स्थिति के रूप में अपना उद्बोधन देते हुए कहा कि “हिंदी के विविध उपादानों पर प्रकाश डालते हुए अपने जीवन में राष्ट्रीय स्तर के साहित्यकारों को मैने देखा है जिन्होंने अपने व्यक्तित्व से हिंदी भाषा की महत्ता को सिद्ध किया है ।”
राजकीय संग्रहालय के सहायक प्रशासनिक अधिकारी संदीप सिंह जादौन ने कहा कि” हिन्दी भाषा में ऐसी अनेक विशेषताएं हैं जो इसे पूरे भाषा समुदाय में सर्वोच्च स्थान पर खड़ा करती है।हमे हिंदी के विविध पहलुओं को गहराई से समझने की आवश्यकता है “।
राजस्थान सरकार के पुरातत्व और संग्रहालय विभाग के राजकीय संग्रहालय बारां द्वारा भारतीय सांस्कृतिक निधि बारां के सहयोग से आयोजित हिंदी दिवस समारोह में दूसरे सत्र के रूप में काव्य गोष्ठी आयोजित की गई जिसने वरिष्ठ रचनाकार श्याम लहरी, भैरूलाल भास्कर, हरि अग्रवाल,डॉ मनोज कुमार, सिंगोरिया,हेमराज बंसल,नाथूलाल मेघवाल,सोनू सुरीला, गजेन्द्र यादव,सूरजमल मियाडा , सौभाग वैष्णव और अन्य कई रचनाकारों ने काव्य पाठ किया।
कार्यक्रम की शुरुआत मां शारदा के पूजन अर्चन से हुई।इसके बाद भैरूलाल भास्कर द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई।सभी अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम का संचालन जितेन्द्र कुमार शर्मा कन्वीनर भारतीय सांस्कृतिक निधि बारां द्वारा किया गया।