
कोटा। राजकीय कला महाविद्यालय कोटा में प्राचार्य प्रोफेसर रोशन भारती की प्रेरणा से नई किरण नशा मुक्ति केंद्र निरंतर नशा मुक्ति अभियान के क्रम में छात्र छात्राओं के बीच जागृति अभियान चला रहा है। नई किरण नशामुक्ति केंद्र की ओर से आज विद्यार्थियों को नशा सेवन से बचने की सलाह देते हुए नशामुक्ति केंद्र के प्रभारी प्रोफेसर आदित्य कुमार गुप्त ने कहा कि नशा हमारे तन मन को एक साथ खराब करता है। जाने अनजाने यदि हममें से कोई नशा का शिकार हो जाता है तो उसे नशा मुक्ति केंद्र पर जाकर अपना इलाज करवाना चाहिए। नशा एक सामाजिक अभिशाप है और इससे पूरा परिवार ही प्रभावित होता है । आज हर युवा को यह सोचना होगा कि कैसे स्वयं और अपने परिवार व समाज को नशा सेवन से दूर रखें। नशा मुक्ति केंद्र के प्रोफेसर रामावतार मेघवाल ने कहा कि नशे के चंगुल में जब कोई फंस जाता है तो निकलना आसान नहीं होता पर व्यक्ति के भीतर यदि मजबूत इरादा हो तो वह न केवल स्वयं को बचाता है बल्कि अन्य के लिए भी एक उदाहरण बन जाता है। आज की युवा पीढ़ी को रोल मॉडल बनकर नशा के खिलाफ काम करने की जरूरत है। प्रोफेसर विवेक मिश्र ने छात्रों से यह अपील की कि जीवन बहुत अनमोल है। इस अमूल्य जीवन को नशे के पीछे बर्बाद नहीं करना है। जिस किसी के घर में कोई एक नशा करने वाला होता है उसका पूरा घर परेशान हो जाता है ऐसे में हमारा यह दायित्व है कि हम सब अपने पास पड़ोस में रहने वाले व्यक्तियों को नशामुक्त रहने की सलाह दें और जो कोई नशा की गिरफ्त में हैं उसे नशा के चंगुल से बाहर निकाला कर लायें । इस अवसर पर प्रोफेसर सुमन गुप्ता, प्रोफेसर मंजू गुप्ता, प्रोफेसर सुप्रिया सेठ, प्रोफेसर अनीता टांक , प्रोफेसर हरिकेश बैरवा, डॉ रसिला आदि की सक्रिय भागीदारी रही।