
कोटा। शहर की बारां रोड़ स्थित महालक्ष्मीपुरम मल्टीस्टोरी में फायरसेफ्टी कार्यशाला आयोजित की गयी जिसमें सोसाइटी के सभी पदाधिकारियों, गार्ड्स, सफाई तथा अन्य कर्मचारियों सहित प्रबुद्ध नागरिकों , महिलाओं तथा बच्चों ने भाग लिया। सोसाइटी अध्यक्ष हिमांशु अरोड़ा की अध्यक्षता में सम्पन्न कार्यशाला के प्रथम सत्र में कोटा फायर फाइटिंग कम्पनी के प्रशिक्षक शुभम जी, सोसाइटी कोषाध्यक्ष एवं फायर फाइटिंग के दक्ष प्रशिक्षक यशपाल शर्मा एवं जितेन्द्र राव एवं जितेन्द्र बाफना ने अग्नि शमन के लिए सोसाइटी में उपलब्ध गैस सेलेंडर्स और फायर फाइटिंग सिस्टम का व्यवहारिक उपयोग का प्रशिक्षण दिया। आगजनी के समय आपात् रास्तों से निकासी, पानी के पाइप्स और घरेलू उपायों पर विस्तृत प्रशिक्षण हुआ। सहभागिता कर रहे नागरिकों, कर्मचारियों और गृहिणियों ने इस व्यावहारिक प्रशिक्षण में भाग लेकर पूरे सिस्टम को समझा। इस अवसर पर आयोजित परिचर्चा में सोसाइटी अध्यक्ष डॉ हिमांशु अरोड़ा ने सोसाइटी के पूरे फायर सिस्टम की जानकारी देते हुए कानूनी अनिवार्यता से अवगत कराया तथा आपात्काल के लिए सदैव जागरुक, प्रशिक्षित एवं सामूहिक सहयोग के तत्पर रहने का आह्वान किया। सोसाइटी के वरिष्ठ नागरिक प्रो गीताराम शर्मा ने कहा कि आगजनी जैसी आकस्मिक आपदाओं का कारण चाहे जो हो लेकिन दुष्परिणाम सभी को झेलना पड़ता है। बहुधा यह देखा जाता है कि साधनों के होते हुए भी जानकारी और सजगता के अभाव में उनका उपयोग नहीं हो पाता है और घातक परिणाम सभी को झेलने पड़ते हैं। इसलिए उपलब्ध साधनों का आपदाकाल में उपयोग का बेहतर प्रशिक्षण होने से हम संभावित खतरों से बच सकते हैं। परिचर्चा और प्रशिक्षण कार्यक्रम में सोसाइटी उपाध्यक्ष नरेश मौर्य, सचिव श्रीमती रीनू तंवर, सोसाइटी पदाधिकारी श्री अंकुर सिंह, वरिष्ठ नागरिक वी. के हरकुट, जी. के जौहरी, अमित सोरल सहित लगभग 150 संभागियों की सहभागिता रही। संभागियों ने आगजनी और बचाव के उपायों से सम्बन्धित प्रश्न किये जिनके समाधान प्रशिक्षकों ने दिये। कार्यशाला में सभी सम्भागियों को वरिष्ठ पदाधिकारी श्री अशोक चतुर्वेदी ने प्रमाण पत्र वितरित किये। सोसाइटी अध्यक्ष ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए विशेष रुप से कोटा फायर फाइटिंग कम्पनी और सम्भागियों का आभार व्यक्त किया।