
सबसे जरूरी—खुद पर भरोसा रखें। दूसरों से अपनी तुलना न करें। आपकी मेहनत, आपका जुनून, आपका सपना—ये सब अनमोल हैं। अगर कल सब कुछ वैसा हुआ जैसा आपने सोचा, तो बधाई! सफेद कोट अब आपका इंतज़ार कर रहा है। और अगर कुछ कमी रह गई, तो याद रखें—यह अंत नहीं है। ईश्वर का हर “न” एक “कुछ और बेहतर” का वादा होता है। आपका समय आएगा, बस हार न मानें।
-डॉ. सुरेश पाण्डेय

सुवि नेत्र चिकित्सालय, कोटा
प्रिय NEET अभ्यार्थियों,
दिनाँक 4 मई, रविवार को जब आप NEET 2025 की परीक्षा हॉल में कदम रखेंगे, तो यह सिर्फ एक परीक्षा नहीं होगी—यह आपके उस पवित्र सपने की पहली सीढ़ी होगी, जिसे आपने रात-दिन मेहनत, भावनाओं, प्रार्थनाओं और एकलव्य की तरह लक्ष्य प्राप्ति हेतु अनवरत प्रयासों से सींचा है। डॉक्टर बनने का वह सपना, जो आपको सफेद कोट में देखना चाहता है—एक डॉक्टर के रूप में, जो न सिर्फ जिंदगियाँ बचाता है, बल्कि समाज में उम्मीद की किरण बनता है। मेरे प्यारे दोस्तों, यह पत्र आपके लिए है—आपके हौसले को सलाम करने, आपके जुनून को जगाने और आपको यह याद दिलाने के लिए कि आप पहले से ही एक योद्धा हैं।
इस वर्ष लगभग 24 लाख से ज्यादा सपने इस साल NEET में एक साथ दौड़ रहे हैं, लेकिन सिर्फ एक लाख को सरकारी मेडिकल कॉलेज में जगह मिलेगी। हाँ, यह सच है—प्रतिस्पर्धा आसमान छू रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं? यह आसमान भी आपके हौसले से छोटा है। आपने हर कठिनाई को पार किया है—लंबी रातों की पढ़ाई, असफलताओं का डर, और वो पल जब सब कुछ असंभव लग रहा था। फिर भी, आप यहाँ —परीक्षा के द्वार पर, अपने सपने को हकीकत बनाने के लिए तैयार हैं।
मैं आपको अपनी एक छोटी सी कहानी सुनाता हूँ। वर्ष 1986 की गर्मियों के दौरान मैंने PMT (प्री-मेडिकल टेस्ट) दिया था। उस वक्त न इंटरनेट था, न कोचिंग सेंटर की भीड़, न मोटी-मोटी गाइड्स। बस थीं कुछ पुरानी किताबें, माता-पिता और गुरूओं का आशीर्वाद, और एक जिद—डॉक्टर बनने की। उस जिद ने मुझे पहले ही प्रयास में जबलपुर मेडिकल कॉलेज में जगह दिलाई और देश के प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थान पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च चंडीगढ़ से नेत्र चिकित्सा विज्ञान में विशेषज्ञ चिकित्सक बनाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। जब मैंने पहली बार स्टेथोस्कोप गले में डाला, वो पल मेरे लिए सिर्फ एक उपलब्धि नहीं था—वो मेरे जीवन की सबसे बड़ी प्रेरणा बन गया। आज, कोटा के सुवि नेत्र चिकित्सालय में मरीजों की सेवा करते हुए, मैं हर दिन उस सपने को जीता हूँ। और कल, आप भी अपने सपने की ओर एक कदम बढ़ाएँगे।
अब बात करते हैं उन सुनहरे टिप्स की, जो आपको NEET परीक्षा में सफल होने में मदद करेंगे। सबसे पहले, आज कुछ नया पढ़ने की भूल न करें—यह सिर्फ तनाव बढ़ाएगा। इसके बजाय, NCERT की बायोलॉजी को पलटें, खासकर डायग्राम्स, टेबल्स और लास्ट चैप्टर्स। हर लाइन में कोई न कोई सवाल छिपा है। बायोलॉजी में 90 में से 80+ स्कोर करने का राज़ है—NCERT की हर लाइन को अपना दोस्त बनाना। अगर कोई कॉन्सेप्ट भूल गया हो, तो उसे तुरंत रिवाइज करें, लेकिन घबराएँ नहीं। फिजिक्स में, फॉर्मूले और उनके एप्लिकेशन्स पर फोकस करें। न्यूमेरिकल्स को जल्दी हल करने की प्रैक्टिस करें, और यूनिट्स को हमेशा चेक करें। केमिस्ट्री में, ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक के रिएक्शन्स को एक बार जरूर देख लें। पीरियॉडिक टेबल और अपवादों को याद करें। फिजिकल केमिस्ट्री के न्यूमेरिकल्स में कैलकुलेशन मिस्टेक्स से बचें।
NEET परीक्षा में टाइम मैनेजमेंट आपका सबसे बड़ा हथियार है। पहले बायोलॉजी करें—यह स्कोरिंग और कम समय लेने वाली है। फिर केमिस्ट्री, और आखिर में फिजिक्स। हर सेक्शन के लिए समय तय करें—बायोलॉजी को 1 घंटा, केमिस्ट्री को 45 मिनट, और फिजिक्स को 1 घंटा। अगर कोई सवाल में अटक रहे हैं, तो उसे छोड़ दें और आगे बढ़ें। वापस आकर देखने का समय हमेशा मिलेगा। OMR शीट को सावधानी से भरें—गलत बबल भरने की गलती आपके सपने को जोखिम में डाल सकती है। हर 30 मिनट में अपनी OMR चेक करें।
परीक्षा के एक दिन पहले अपना एडमिट कार्ड, फोटो ID, नीले और काले बॉल पेन, पानी की बोतल, और जरूरी चीजें एक बैग में रख लें। परीक्षा सेंटर का रास्ता गूगल मैप पर चेक करें। दो अलार्म लगाएँ—एक सुबह के लिए, दूसरा बैकअप। रात को हल्का खाना खाएँ, 7-8 घंटे की नींद लें, और सुबह हल्का नाश्ता करें। परीक्षा हॉल में पानी की बोतल और ग्लूकोज बिस्किट ले जाना न भूलें।
सबसे जरूरी—खुद पर भरोसा रखें। दूसरों से अपनी तुलना न करें। आपकी मेहनत, आपका जुनून, आपका सपना—ये सब अनमोल हैं। अगर कल सब कुछ वैसा हुआ जैसा आपने सोचा, तो बधाई! सफेद कोट अब आपका इंतज़ार कर रहा है। और अगर कुछ कमी रह गई, तो याद रखें—यह अंत नहीं है। ईश्वर का हर “न” एक “कुछ और बेहतर” का वादा होता है। आपका समय आएगा, बस हार न मानें।
जब आप 4 मई को परीक्षा हॉल में बैठें, तो एक गहरी साँस लें, मुस्कुराएँ, और खुद से कहें—“मैं तैयार हूँ।” क्योंकि आप हैं—हर मायने में। पूर्व राष्ट्रपति श्री अब्दुल कलाम के अनुसार “सपने वो नहीं जो सोते वक्त देखे जाते हैं, सपने वो हैं जो आपको सोने न दें।” आपका सपना आपको यहाँ तक लाया है, और अब यह आपको मंजिल तक ले जाएगा।
आपके हौसले को सलाम, आपके सपनों को नमन। चलो, NEET 2025 को जीत लें। आप पहले से ही विजेता हैं।
आप सभी को NEET में सफलता हेतु शुभकामनाएँ और ढेर सारा प्यार,
आपका,
डॉ. सुरेश पाण्डेय
सुवि नेत्र चिकित्सालय, कोटा