कोटा में दीपोत्सव को भव्य रूप से मनाने की तैयारी, रौशनी से नहाएगा पूरा शहर

जिला प्रशासन दीपोत्सव के पांच दिवसीय त्यौहार पर शहर के चौराहे, ऐतिहासिक दरवाजे एवं बाजारों को विशेष रोशनी से सजाकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों, भव्य आतिशबाजी के साथ मनायेगा

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-कृष्ण बलदेव हाडा-

कृष्ण बलदेव हाडा

(वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार)
कोटा। राजस्थान के कोटा में वैश्विक महामारी कोविड-19 से दो सालों की बंदिशों के कारण हिंदुओं का सबसे बड़ा महापर्व दीपावली लगभग फ़ीका रहा लेकिन इस साल दीपोत्सव को लोग भव्यता के साथ मनाने की तैयारी कर रहे हैं और इस बार खास बात यह है कि जिला प्रशासन ने भी इस महा पर्व को मनाने की विशेष तैयारी की है। इस वर्ष जिला प्रशासन दीपोत्सव के पांच दिवसीय त्यौहार पर शहर के चौराहे, ऐतिहासिक दरवाजे एवं बाजारों को विशेष रोशनी से सजाकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों, भव्य आतिशबाजी के साथ मनायेगा। कोटा के कलक्टर ओपी बुनकर की अध्यक्षता में गुरुवार को आयोजित बैठक में विभागों को जिम्मेदारी देते हुए जन प्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों के सुझावों के साथ पहली बार दीपोत्सव भव्य रूप से मनाने का निर्णय लिया गया।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा

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जिला कलक्टर ओपी बुनकर

कलक्टर बुनकर ने कहा कि पिछले दो वर्षों में कोरोना के कारण त्यौहार, पर्व हर्षाेल्लास के साथ नहीं मनाये जा सके, राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप इस बार दीपोत्सव पर आमजन के सहयोग से विशेष रोशनी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जायेंगे। उन्होंने कहा कि स्वायत्त शासन मंत्री की पहल पर शहर के सभी चौराहों, पार्कों, मुख्य मार्गों एवं बाजारों का सौंदर्यकरण किया गया है। चम्बल नदी पर बने रिवर फ्रंट, ऐतिहासिक दरवाजों का जीर्णाेद्धार कार्य आने वाले समय में पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केन्द्र होगा।

जयपुर की तर्ज पर आयोजन

बुनकर ने कहा कि जयपुर की तर्ज पर कोटा में भी दीपोत्सव इस प्रकार मनाया जाए कि प्रतिवर्ष पर्यटक दीपावली के समय कोटा आकर भागीदार बन सकें। उन्होंने कहा कि शहर में विभिन्न प्रदेशों से कोचिंग के लिए आए विद्यार्थियों, कोरोना में अपने परिजनों को खो चुके नागरिकों एवं आम नागरिकों को सभी कार्यक्रमों में भागीदार बनाया जाएगा। उन्होंने आपसी सौहार्द एवं भाईचारे के साथ सभी धार्मिक स्थलों पर भी विशेष रोशनी एवं सजावट करने, गणमान्य नागरिकों को खुशियों में शामिल करने का आव्हान किया।

बाजारों एवं ऐतिहासिक स्थलों, चौराहों पर विशेष रोशनी

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खादी बोर्ड के उपाध्यष पंकज मेहता

खादी बोर्ड के उपाध्यक्ष पंकज मेहता ने सुझाव दिया कि बाजारों एवं ऐतिहासिक स्थलों, चौराहों पर विशेष रोशनी की व्यवस्था की जाए। कोचिंग विद्यार्थियों के लिए भी अलग से दीपावली उत्सव मनाने की शुरुआत की जाए। महापौर (उत्तर) मंजू मेहरा ने दीपोत्सव आयोजन के दौरान आतिशबाजी, विशेष रोशनी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रचार-प्रसार करने का सुझाव दिया। महापौर (दक्षिण) राजीव अग्रवाल ने किशोर सागर में दीप दान व चम्बल आरती के समय जल में दीप प्रवाहित करने के लिए पॉलिथीन का उपयोग नहीं करने का सुझाव दिया।

मिट्टी के दीपकों का ही प्रयोग किया जाए

समाज सेवी अमित धारीवाल ने कोचिंग क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए ऑक्सीजोन पार्क में अलग से कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि दीपोत्सव के सभी आयोजनों में मिट्टी के दीपकों का ही प्रयोग किया जाए। किशोर सागर की पाल पर दीपोत्सव व महाआरती तथा जगमंदिर से रंगीन आतिशबाजी पर्यावरण के अनुकूल की जाए। उन्होंने शहर के सभी बाजारों जीर्णाेद्धार के बाद तैयार ऐतिहासिक भवनों पर विशेष रोशनी की व्यवस्था करने का सुझाव दिया। यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी ने राजस्थानी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति किशोर सागर के चारों तरफ विशेष दीपोत्सव रोशनी एवं प्रमुख बाजारों को चोपहिया वाहनों के प्रवेश को बंद कर पार्किंग स्थलों पर ही वाहन खड़े करने का सुझाव दिया।

साफ-सफाई का विशेष अभियान 

अतिरिक्त कलक्टर (शहर) बृजमोहन बैरवा ने कार्यक्रमों की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत कर सभी संस्थाओं को सक्रियता से भागीदार बनने एवं लोगों को प्रेरित करने का आव्हान किया। बैठक में निर्णय लिया कि दीपोत्सव पांच दिवस तक विशेष कार्यक्रम एवं ऐतिहासिक स्थलों चौराहों पर विशेष रोशनी की जाएगी। नगर निगम अपने-अपने क्षेत्रों में साफ-सफाई का विशेष अभियान चलाएंगे। नगर विकास न्यास द्वारा ऐतिहासिक स्थानों, चौराहों, चम्बल रिवर फ्रंट, ऐतिहासिक दरवाजों पर विशेष रंग-बिरंगी रोशनी की जाएगी। व्यापार महासंघ द्वारा सभी बाजारों में विशेष साज-सज्जा व रोशनी की व्यवस्था की जाएगी। 21 अक्टूबर से दीपावली तक सभी ऐतिहासिक दरवाजों पर शहनाई वादन एवं नगाड़े से कालाकार आने-जाने वाले नागरिकों का अभिवादन करेंगे। किशोर सागर तालाब के चारों तरफ मिट्टी के दीयों को तैयार कर एकसाथ जल में प्रवाहित किया जाएगा। जिसमें 21 हजार दीपकों का लक्ष्य रखा गया है।

कलाकार देंगे खुशियों का संदेश

शहर के प्रमुख चौराहों पर लोक कलाकारों द्वारा लोक गायन व लोक नृत्य की प्रस्तुति देकर खुशियों का संदेश दिया जाएगा। किशोर सागर की पाल स्थित बारहदरी पर लोक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी। बारहदरी के पास गंगा आरती की तर्ज पर परम्परागत वाद यंत्रों के साथ चम्बल की महाआरती होगी जिसमें हजारों नागरिक भागीदार बनेंगे। कार्यक्रम का समापन भव्य रंगारंग आतिशबाजी के साथ किया जाएगा।

पुरुस्कृत किया जाएगा

दीपोत्सव पर सजावट एवं रंगीन रोशनी के आधार पर तीन श्रेणियों में पुरुस्कृत किया जाएगा। जिसमें प्रथम विजेता का 51 हजार, द्वितीय स्थान पर रहने वाले को 31 हजार एवं तृतीय स्थान पर रहने वाले को 21 हजार का पुरूस्कार मिलेगा। इसमें प्रथम श्रेणी में बाजारों को शामिल किया गया है, द्वितीय श्रेणी संस्थान, कार्यालय तथा तृतीय श्रेणी में निजी आवास को शामिल किया गया है।

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