
कोटा.राजकीय महाविद्यालय कोटा के रामानुजन हाॅल में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राजस्थान ;उच्च शिक्षाद्ध की स्थानीय इकाई राजकीय महाविद्यालय कोटा एवं राजकीय कला महाविद्यालय कोटा के संयुक्त तत्वावधान में ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020’ पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो. प्रतिमा श्रीवास्तव ने की, मुख्यवक्ता कोटा विश्वविद्यालय कोटा में रसायन शास्त्र के प्रो. भवानी सिंह, विशिष्ट वक्ता सहायक निदेशक काॅलेज शिक्षा प्रो. विजय कुमार पंचोली, विभाग संयोजक नवीन मित्तल भी मंचासीन रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रो. रामावतार मेघवाल ने किया।
कार्यक्रम में प्रारंभ में अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया तथा अतिथियों का माल्यार्पण द्वारा स्वागत किया गया। कार्यक्र्रम के मुख्यवक्ता प्रो. भवानी सिंह ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर बोलते हुए कहा कि 1986 में लागू शिक्षा नीति में समय के अनुसार बदलाव की आवश्यकता के कारण नये संदर्भ और परिस्थितियों के अनुकून राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू की गई। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए हमें सकारात्मक दिशा में कार्य करने होगा। समयानुसार पाठ्यक्रमों में बदलाव करते हुए भारतीय ज्ञान परंपरा के विविध पहलुओं को पाठ्यक्रम में शामिल करना होगा। क्रियान्वयन की तीव्रता पर उन्होंने कहा कि इसके लिए महाविद्यालयों और विश्वविद्यालय को मिलकर काम करना होगा।
विशिष्ट अतिथि प्रो. वी.के.पंचोली ने नई शिक्षा नीति क्यों लागू की गई, नई शिक्षा नीति की वर्तमान स्थिति क्या है, क्रियान्वयन की समस्या, कौशल आधिरित शिक्षा, वैश्विक प्रतिस्पर्धा के अनुकूल संरचना, समावेशी एवं बहुभाषी शिक्षण अधिगम आदि पर विचार व्यक्त किया।
विभाग संयोजक प्रो. नवीन मित्तल ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि समय के बदलाव के परिणाम स्वरूप राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का निर्माण हुआ है। शिक्षा व्यवस्था में यह बदलाव समय की मांग और आवश्यकता के अनुकूल है। अभी हमें नई शिक्षा नीति को पूर्ण रूप से लागू करने एवं जानने के लिए काफी श्रम करना होगा। अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य प्रो. प्रतिमा श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षा के स्तर में गिरावट चिंता का विषय है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के लागू होने से शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगा। वक्ताओं द्वारा श्रोताओं की जिज्ञाषाओं का समाधान किया। कार्यक्रम के अंत में इकाई सचिव प्रो. आदित्य कुमार गुप्त ;राजकीय कला महाविद्यालय कोटाद्ध ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में 65 से अधिक संकाय सदस्यों ने सहभागिता की।