काउंसलिंग में टॉप आईआईटी की लोअर ब्रांच को प्राथमिकता

iit guwahati
आईआईटी गुवाहाटी केम्पस

-आईआईटी-एनआईटी प्रवेश प्रक्रिया-2025

-नए आईआईटी की तरफ रूझान कम

-पहले राउंड की ऑनलाइन रिपोर्टिंग अब 22 जून शाम 5 बजे तक

कोटा. देश के आईआईटी-एनआईटी सहित 127 संस्थानों की ज्वाइंट काउंसलिंग प्रक्रिया जारी है। जोसा द्वारा पहले राउण्ड के सीट आवंटन की ऑनलाइन रिपोर्टिंग की अंतिम तिथि 22 जून शाम 5 बजे तक बढ़ा दी गई है। पहले यह 18 जून तक थी। जोसा द्वारा पूर्ण काउंसलिंग प्रक्रिया का रिवाइज शेड्युल जल्द जारी किया जाएगा।
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के एजुकेशन एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि अब तक हुए पहले राउण्ड के जारी किए गए आवंटित सीटों के आकड़ों के अनुसार स्टूडेंट्स का रूझान शीर्ष सात आईआईटी की लोअर ब्रांच की तरफ ज्यादा देखने को मिल रहा है। स्टूडेंट्स टॉप आईआईटी बॉम्बे, दिल्ली, मद्रास, कानपुर, खडगपुर, रूड़की, गोवाहाटी, हैदराबाद, बीएचयू की लोअर ब्रांच जैसे कैमिकल, एनर्जी इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग फिजिक्स, प्रोडक्शन एवं इण्डस्ट्रीयल, मटिरियल साइंस, मैटलर्जी, एयरोस्पेस, एनवायरमेंटल, बायोटेक्नोलॉजी, बायो इंजीनियरिंग, मैन्यूफैक्चरिंग, टेस्क्टाइल, ओशियन इंजीनियरिंग, माइनिंग, अर्थ साइंस, जीओफीसिक्स, जियोलाजिकल साइंस, एग्रीकल्चर एण्ड फूड इंजीनियरिंग जैसी ब्रांचेंज को भी अन्य आईआईटी की कोर ब्रांचेज मुकाबले प्राथमिकता दे रहे है। इन अन्य आईआईटी में आईआईटी धनबाद, जोधपुर, रूपड़, मंडी, इंदौर, गांधीनगर जैसी वर्ष 2012 में स्थापित आईआईटी शामिल है। स्टूडेंट्स केवल इन आईआईटी में कम्प्यूटर साइंस, एआई. मैथ्स एन्ड कंप्यूटिंग, डाटा साइंस ब्रांचो को ही प्राथमिकता देते हैं, इसके अतिरिक्त इनकी अन्य ब्रांचों को टॉप आईआईटी की लोअर ब्रांचेज के बाद ही प्राथमिकता देते हैं। इसके बाद वर्ष 2017-18 में खुली हुई आईआईटी जैसे आईआईटी जम्मू, भिलाई, गोवा, धारवाड़, तिरूपति, पल्लकड़ आईआईटी की कोर ब्रांचों को भी अंत में चुना जाता है।

क्यों बढ़ रहा शीर्ष आईआईटी की पढ़ाई में रूझान
एक्सपर्ट अमित आहूजा के अनुसार स्टूडेंट्स शुरुआती 6 हजार एआईआर तक टॉप-7 आईआईटी की कोर ब्रांच के अतिरिक्त लोअर ब्रांचेज को अन्य आईआईटी कोर ब्राचों के मुकाबले अधिक प्राथमिकता इसीलिए देते हैं, क्योंकि टॉप 7 आईआईटी में बेस्ट अकेडमिक माहौल, टॉप रैंकर्स का साथ, बेहतर ब्रांड वैल्यू एवं कड़ी प्रतिस्पर्धा मिलती है, जिसके कारण स्टूडेंट्स अपना सर्वांगीण विकास कर पाते हैं। आईआईटी में विद्यार्थियों को स्वयं की ब्रांच के अतिरिक्त माइनर के रूप में अन्य ब्रांचों को लेने का मौका भी मिलता है, जिससे स्टूडेंट्स माइनर में आमतौर पर कम्प्यूटर साइंस के सब्जेक्ट लेकर कोडिंग, प्रोग्रामिंग सीखकर अपनी प्रोफाइल को मजबूत बना लते हैं और ये आईआईटीज बड़ी प्लेसमेंट कंपनियों की भी प्राथमिकता में रहती हैं। इस कारण यहां के स्टूडेंट्स अच्छी कंपनियों में प्लेसमेंट प्राप्त करते हैं। इन आईआईटी में जॉब प्लेसमेंट के लिए कंपनियां भी अन्य आईआईटी के मुकाबले में ज्यादा संख्या में आती है जो हर ब्रांच के स्टूडेंट्स को प्लेसमेंट का मौका देती है।

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