
-राजेन्द्र गुप्ता
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हिंदू धर्म में गंगा नदी को सबसे पवित्र नदी माना गया है। किसी भी धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-पाठ, त्योहार और मांगलिक कार्यों में गंगाजल के इस्तेमाल को शुभ माना जाता है। सालभर में कई तिथियों पर गंगा से जुड़े व्रत-त्योहार आते हैं। हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरे के रूप में देशभर में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से मां गंगा की पूजा-अर्चना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गंगा दशहरा पर गंगा नदी में स्नान और पूजन करने से व्यक्ति के द्वारा किए गए जाने-अनजाने में की गई गलतियों के लिए पश्चाताप करने से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। पुराणों के अनुसार ज्येष्ठ शुक्ल दशमी और हस्त नक्षत्र में देवी गंगा शिवजी की जटाओं से निकलकर धरती पर आई थीं। इस कारण से हर एक साल इस दिन को गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है।
गंगा दशहरा शुभ तिथि और शुभ मुहूर्त
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हिंदू धर्म में गंगा स्नान और पूजन का विशेष महत्व होता है। विशेष रूप से गंगा दशहरे पर स्नान, दान और पूजन करने से पापों से मुक्ति मिलती है। पंचांग की गणना के अनुसार इस साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि की शुरुआत 04 जून को रात 11 बजकर 55 मिनट पर होगी और इसकी समापन की तिथि 6 जून को रात करीब 2 बजकर 14 मिनट पर होगी। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार इस वर्ष गंगा दशहरा का त्योहार 5 जून 2025 को मनाया जाएगा।
गंगा दशहरा पर जरूर लाएं ये चीजें
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पुराणों के अनुसार गंगा दशहरे के दिन व्यक्ति को किसी भी पवित्र नदी पर जाकर स्नान, ध्यान तथा दान करना चाहिए, इससे वह अपने सभी पापों से मुक्ति पाता है। इससे अलावा गंगा दशहरा पर कुछ पवित्र चीजों को घर पर लाने की मान्यता है। इससे जीवन में सुख-शांति और संपन्नता आती है।
हिंदू धर्म में गंगा नदी को बहुत ही पवित्र माना जाता है। ऐसे में गंगा दशहरा के दिन जब भी आप गंगा स्नान के लिए किसी पवित्र नदी में स्नान करने जाएं तो वहां से गंगाजल घर पर जरूर लाना चाहिए। घर पर गंगाजल रखना और इसका छिड़काव करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इसको घर में रखने से घर में सुख-संपदा और खुशहाली आती है और घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
– गंगा दशहरा पर पवित्र गंगा स्नान करने से जहां मां गंगा का आशीर्वाद मिलता है वहीं इस दिन मां लक्ष्मी की भी विशेष कृपा मिलती है। ऐसे में गंगा दशहरे के दिन घर पर पीली कौड़ी को लाना शुभ होता है। पीली कौड़ी को घर पर लाकर पूजा करें और फिर इसे लाल रंग के कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें। इस उपाय से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन-धान्य में वृद्धि होती है।
गंगा दशहरा पर नए कपड़े खरीदने की परंपरा है। ऐसी मान्यता है कि जो भी गंगा दशहरा पर नए वस्त्र खरीदता है उसके जीवन में चल रही तमाम तरह की परेशानियों से मुक्ति मिलती है और शुभ फल की प्राप्ति होती है।
– गंगा दशहरा पर गंगा पूजन और स्नान के बाद कोई भी पवित्र सफेद वस्तु को जरूर खरीदनी चाहिए और इस दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक करना चाहिए। इससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का वास रहता है।
गंगा दशहरा का महत्व
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मान्यतानुसार राजा भगीरथ के कठोर तपस्या करने से गंगा नदी स्वर्ग से धरती पर अवतरित हुई हैं। शास्त्रों में वर्णन है कि गंगा स्नान करने से पाप, रोग, दोष और विपत्तियों से मुक्ति मिल जाती है। गंगा दशहरा के दिन पवित्र गंगा नदी में स्नान करने का महत्व और बढ़ जाता है। माना जाता है। कि इस दिन गंगा स्नान से उन दस मुख्य पापों से मुक्ति मिल जाती है जो पुण्य प्राप्ति में बाधक होते हैं।
इनमें दैहिक पाप, वाणी पाप और मानसिक पाप शामिल हैं।
राजेन्द्र गुप्ता,
ज्योतिषी और हस्तरेखाविद
मो. 9116089175
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