
-अमित पारीक-

(फोटो जर्नलिस्ट)
कोटा। पांच दिवसीय दिवाली महोत्सव के तहत गुरूवार को भाईदूज का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दिन बहन ने अपने भाई को तिलक कर उसकी लंबी उम्र के लिए हाथ जोड़कर यमराज से प्रार्थना भी कीं।
स्कंदपुराण में लिखा है कि इस दिन यमराज को प्रसन्न करने से पूजन करने वालों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
भाई और बहन के बीच एक अनोखी समझ होती है। वे एक-दूसरे के सबसे अच्छे दोस्त हैं, एक-दूसरे के रक्षक हैं, एक-दूसरे के प्रशंसक हैं।
भाई दूज भाई और बहन के बीच प्रेम बनाये रखने का त्यौहार है। भाई दूज हिन्दू धर्म के लोगों के द्वारा मनाया जाने वाला रक्षाबंधन की तरह एक खास पर्व है। बाकी भारतीय त्यौहारों की तरह भाई दूज भी एक प्रमुख त्यौहार है। भाई दूज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाता है। यह पर्व भाई बहनों का है।
बहन भाई दूज पर अपने घर में भाई का तिलक लगाने के बाद प्रेम से भोजन परोसती है। वह अपने भाई की दीर्घायु और सर्व मनोकामना पूर्ति की कामना करती है। यह पर्व भाई के प्रति बहन के स्नेह को व्यक्त करता है। माना जाता है इस दिन भाई यदि अपनी बहन के यहां भोजन करता है तो उसे दीर्घायु की प्राप्ति होती है।