
-अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस, 2025 के अवसर पर किया योगाभ्यास
-कोटा। आयुक्तालय, कॉलेज शिक्षा, राजस्थान, जयपुर के निर्देशानुसार प्रतिवर्ष की भांति राजकीय कला महाविद्यालय, कोटा की राष्ट्रीय सेवा योजना की चारों इकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में महाविद्यालय के नवीन भवन परिसर में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस, 2025 के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। योग प्रशिक्षक के रूप में प्रो. हरिनारायण कोली, आचार्य भूगोल, प्रो. आदित्य कुमार गुप्त, आचार्य हिंदी तथा रोहित महावर, योग शिक्षक के द्वारा विभिन्न यौगिक क्रियाओं का अभ्यास करवाया गया। सर्वप्रथम प्रो. आदित्य कुमार गुप्त ने उच्च स्तर से प्राप्त फ्लो चार्ट में उल्लिखित विभिन्न योग मुद्राओं जैसे सुखासन, वज्रासन, हलासन, ताड़ासन, मर्कटासन, पाद पश्चिमोत्तानासन, पवनमुक्तासन, भुजंगासन, शलभासन, शवासन आदि का महत्व को बतलाते हुए अभ्यास करवाया। साथ ही बैठे-बैठे और खडी स्थिति में किए जाने वाले विभिन्न गतिक व्यायामों का अभ्यास करवाया। अपने उद्बोधन में प्रो. आदित्य कुमार गुप्त ने कहा कि यदि हमें जीवन में ओजस्वी और ऊर्जावान बने रहने के लिए नियमित रूप से प्रातःकाल सूर्योदय से पूर्व योगाभ्यास करना चाहिए। योग जीवन जीने की एक अद्भुत पद्धति है। इसके बाद प्रो. एच.एन. कोली द्वारा ध्यान करने के लाभों और तरीकों को बतलाते हुए चित्त को एकाग्र करने के लिए ध्यान लगाने का अभ्यास करवाया। उन्होंने कहा कि नियमित रूप से ध्यान लगाने से व्यक्ति शांत चित्त, एकाग्रता से सम्पन्न और मानसिक रूप से स्वस्थ बनता है। आमंत्रित योग प्रशिक्षक श्री रोहित महावर द्वारा उपस्थित स्वयंसेवकों, विद्यार्थियों और कार्मिकों को सूर्य-नमस्कार की विभिन्न मुद्राओं का महत्व बतलाते हुए अभ्यास करवाया। कार्यक्रम का संयोजन व संचालन राष्ट्रीय सेवा के कार्यक्रम अधिकारियों डॉ. समय सिंह मीना, डॉ. कल्पना श्रृंगी और डॉ. रसीला द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रो. विवेक कुमार मिश्र, प्रो. विधि शर्मा, प्रो. वंदना शर्मा, डॉ. अनीता टांक, डॉ. महावीर साहू आदि संकाय सदस्यों और राहुल मेघवाल, अजय प्रजापति, योगेन्द्र, हंसिका, प्रथम, दीपेंद्र, धीरज, कुणाल, राहुल मेवाड़ा आदि एन.एस.एस. स्वयंसेवकों के सक्रिय सहभागिता रही।