
-देवेंद्र यादव-

कांग्रेस ने दिल्ली के विधानसभा चुनाव में अपने 40 स्टार प्रचारकों की लंबी सूची घोषित की थी, मगर दिल्ली चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों की सबसे ज्यादा डिमांड राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के बाद जिस नेता की हो रही है वह नेता बिहार के पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव हैं।
दिल्ली चुनाव में जब कांग्रेस के 40 स्टार प्रचारक नदारत थे तब पप्पू यादव कांग्रेस के समर्थन में दिल्ली में ताबड़तोड़ रैलियां और जनसभाएं कर रहे थे।
पप्पू यादव 1 दिन में 5-5 रैलियां और जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं और कांग्रेस को दिल्ली की सत्ता में वापसी करने के लिए मतदाताओं से अपील कर रहे हैं।
दिल्ली में पूर्वांचल के मतदाताओं की तादाद अधिक है और पूर्वांचल के मतदाताओं में पप्पू यादव का प्रभाव अधिक है क्योंकि पप्पू यादव एक समाजसेवी हैं और उनकी सेवा का भाव पूर्वांचल के मतदाताओं में स्पष्ट नजर आता है। जब वह पूर्वांचल के मतदाताओं के बीच में जाते हैं तब जन सैलाब उनके साथ नजर आता है।
कांग्रेस के प्रत्याशी समझ रहे हैं कि उनकी नैया पार पप्पू यादव लगा सकते हैं इसीलिए कांग्रेस के प्रत्याशियों की डिमांड पप्पू यादव की अधिक कर रहे हैं।
पप्पू यादव को लेकर भारतीय जनता पार्टी और सत्ताधारी आम आदमी पार्टी भी चिंतित नजर आ रही है। जिस प्रकार से पप्पू यादव दिल्ली चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करते हुए नजर आ रहे हैं उससे लग रहा है कि कहीं आम आदमी पार्टी का खेल खत्म ना हो जाए क्योंकि पप्पू यादव शीला दीक्षित के कार्यों को गिनाकर जनता से कांग्रेस के पक्ष में वोट मांग रहे हैं। वही गारंटी भी दे रहे हैं कि यदि किसी गरीब की बेटी की शादी हो तो ₹50000 तक की मदद पप्पू यादव स्वयं करेंगे उनकी यह बात लोगों के मन को भा रही हैं, और इसीलिए आम आदमी पार्टी चिंतित नजर आ रही है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)