
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान के कोटा जिले में सड़कों पर आवारा घूमने वाले मवेशियों के कारण दो और लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी जबकि दो अन्य व्यक्ति उस समय गंभीर घायल हो गए जब उनकी कार असंतुलित होकर एक खाई में गिर गई।
यह हादसा उस समय हुआ जब 27अगस्त की रात एक आवारा मवेशी अचानक सड़क पर आ गया जिसके कारण कार चालक वाहन पर से अपना संतुलन खो बैठा और कार एक गहरी खाई में जा गिरी। यह घटना कोटा जिले के सुल्तानपुर क्षेत्र के दीगोद थाना क्षेत्र में 27 अगस्त की देर रात उम्मेदपुरा गांव के मोड़ के पास हुई जब सड़क पर अचानक मवेशी सामने आ जाने से कार असंतुलित होकर सड़क किनारे खाई में गिर गई। दुर्घटना में कार में सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो लोग गम्भीर घायल हो गए। गम्भीर घायलों को कोटा के एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मंदिर में दर्शन कर लौटते समय दुर्घटना
पुलिस सूत्रो ने आज बताया कि बिसलाई निवासी माणक चन्द्र मीणा उसके गांव के ही दिलकुश मीणा, महेश मीणा व मनीष मीणा के साथ कार से शनिवार को बूंदी जिले के गेण्डोली स्थित शनिधाम मंदिर में दर्शन करने गए थे। वापस लौटते समय रात 10 बजे करीब माणकचन्द मीणा कोटा में हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहे बेटे कृष्ण मुरारी (10) को लेकर गांव जा रहे थे, तभी रास्ते में राज्य राजमार्ग-70 पर उम्मेदपुरा गांव की मोड़ के पास अचानक सामने आए मवेशी को बचाने के चक्कर में कार असंतुलित होकर कार कई पलटी खाते हुए सड़क किनारे खाई में जा गिरी। दुर्घटना में महेश व मनीष मीणा की मौके पर ही मौत हो गई जबकि माणक चन्द व उसका बेटा कृष्ण मुरारी गम्भीर घायल हो गए। सूचना पर पहुंची दीगोद पुलिस ने मृतकों को घायलों को लेकर सुल्तानपुर चिकित्सालय पहुंची जहां से चिकित्सकों ने माणकचन्द व कृष्णमुरारी की हालत गम्भीर होने पर कोटा एमबीएस अस्पताल रैफर कर दिया गया। कार में सवार पांचवें व्यक्ति दिलखुश को मामूली चोटें आने पर सुल्तानपुर अस्पताल में ही उपचार किया गया। मरने वालों के शवों को 28अगस्त को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने दुर्घटना का मामला दर्ज किया है।