-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। ग्रामीण विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक को 19 अगस्त को जिला कलक्टर ओपी बुनकर की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई जिसमें पंचायतीराज एवं संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। बुनकर ने कहा कि ग्रामीण विकास के लिए चलाई जा रही योजनाओं की सफल क्रियान्विति के साथ विकास कार्यों को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय पर पूरा कराएं। उन्होंने मुख्यमंत्री क्षेत्रीय विकास योजना में निर्धारित गाइड लाइन के अनुसार प्रत्येक ग्राम पंचायतवार प्रस्ताव तैयार कर भिजवाने के निर्देश दिए। उन्होंने चारागाह विकास, ग्रामीण हाट निर्माण एवं क्षेत्र में पर्यटन महत्व के स्थलों पर आधारभूत सुविधाओं के विकास तैयार कर भिजवाने के निर्देश दिए। योजनावार समीक्षा के दौरान सांसद एवं विधायक निधि के लम्बित कार्यों को उन्होंने प्राथमिकता देते हुए समय पर पूरे कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वित्तीय वर्ष में यह सुनिश्चित किया जाए कि स्वीकृत कार्य उसी वर्ष पूरा कराया जाए। उन्होंने 2019-20 के लम्बित कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए।
सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के सत्यापन की समीक्षा
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के माध्यम से संचालित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के सत्यापन की समीक्षा करते हुए बुनकर ने सभी विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्राम विकास अधिकारी के माध्यम से प्रत्येक आवेदन का सत्यापन सुनिश्चित करें। उन्होंने ऑटो मोड़ पर स्वीकृत होने वाले आवेदनों को गम्भीरता से लेते हुए कहा कि सत्यापन के अभाव में कोई भी पात्र व्यक्ति योजना के लाभ से वंचित नहीं रहे तथा अपात्र व्यक्ति जुड़ नहीं पाए। उन्होंने जिले में आवेदनों के सत्यापन के लम्बित कार्य को अभियान के रूप में लेकर पोस्ट कोविड, पालनहार, पेंशन योजनाओं के सभी आवेदनों का निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने नवजीवन योजना में चिन्हित वर्गों के व्यक्तिगत लाभ एवं आधारभूत सुविधाओं के प्रस्ताव तैयार कर भिजवाने के निर्देश दिए।
रोजगार प्रदान करने के लक्ष्य दिए
बुनकर ने मनरेगा के कार्यों की समीक्षा के दौरान 15 सितम्बर के बाद जिले में सभी संबंधित विभागों एवं पंचायतराज विभाग को अधिक से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करने के लक्ष्य दिए। वर्षा कम होने के साथ ही उन्होंने सीएडी के नहरी तंत्र की सफाई, सड़कों के दोनों तरफ पौधारोपण, विद्यालयों में खेल मैदान, वन क्षेत्रों में पौधारोपण कार्यों में अधिक से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मनरेगा में न्यूनतम मजदूरी 200 रूपये से कम नहीं आए इसके लिए निर्धारित मानकों का कार्य पूर्ण कराएं। उन्होंने जिले में सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय निर्माण, मेजिक पिट निर्माण एवं ठोस कचरा निस्तारण के लिए पिट निर्माण कार्य को लक्ष्य के अनुरूप समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना सहित केन्द्र प्रवर्तित योजनाओं की भी मॉनिटरिंग कर लक्ष्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।
योजनावार उपलब्धियों की जानकारी दी
जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी ममता तिवाड़ी ने प्रजेन्टेशन के माध्यम से योजनावार उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने सांसद, विधायक निधि के लम्बित कार्यों को पूरा कर समय पर उपयोगिता प्रमाण पत्र भिजवाने, ग्राम पंचायत स्तर पर पंचनामा योजना के माध्यम से नर्सरी निर्माण, जल ग्रहण कार्य, पशु शेड निर्माण सहित सभी लक्ष्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने मनरेगा में व्यक्तिगत लाभ के कार्यों को लेते हुए उन्हें गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा कराने के निर्देश दिए। इस अवसर पर एसीईओ जिला परिषद सरिता, अधीक्षण अभियंता सानिवि आरके सोनी, उपनिदेशक समाज कल्याण ओमप्रकाश तोषनीवाल, जिले के सभी विकास अधिकारीगण एवं संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।