भाजपा की ओबीसी मतदाताओं को रिझाने की कवायद

-प्रयागराज में नवंबर माह में आयोजित किया जाएगा ओबीसी महाकुंभ

नई दिल्ली। आगामी पांच राज्यों के महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी प्रक्रिया में भाजपा ने ओबीसी महाकुंभ आयोजित करने का फैसला किया है। भाजपा के लिए 2024 के लोकसभा चुनावों में ओबीसी वोट की प्रमुख भूमिका रहने वाली है। इसीलिए भाजपा का ओबीसी मोर्चा सक्रिय हो गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ओबीसी मोर्चा का महाकुंभ उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में नवंबर माह में आयोजित किया जाएगा। इस महाकुंभ में ओबीसी मतदाताओं और नेताओं को बडी संख्या में शामिल किया जाएगा। महाकुंभ में पार्टी के प्रमुख ओबीसी नेताओं, निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ.साथ कुछ प्रमुख राज्यों विशेषकर उत्तर प्रदेश के ओबीसी समुदाय के नेताओं की उपस्थिति देखी जाएगी।

देश की कुल आबादी में ओबीसी की हिस्सेदारी लगभग 52 प्रतिशत है और हर चुनाव में ओबीसी का मतदान प्रतिशत लगभग 60-70 प्रतिशत होता है। इसीलिए ओबीसी समुदाय को इन कार्यक्रमों के जरिए बताया जाएगा कि मोदी के नेतृत्व में सरकार और पार्टी में इस समुदाय को विशेष तवज्जो दी गई है। मोदी सरकार ने ही ओबीसी के लिए पिछली सरकारों के मुकाबले सबसे ज्यादा कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं।
मामले से जुड़े नेताओं का कहना है कि महाकुंभ के आयोजन पर काम किया जा रहा है। मोर्चा के पदाधिकारियों की नियमित रूप से बैठकें होती रही हैं। मोर्चा के पदाधिकारियों की इस सप्ताह के अंत में केंद्रीय नेतृत्व के साथ बैठक होनी है।
प्रयागराज का आयोजन भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पार्टी 2024 के लोकसभा चुनावों में पिछड़े वोटों पर बहुत अधिक भरोसा कर रही है। उत्तर प्रदेश में, भाजपा ने इस साल की शुरुआत में दारा सिंह को पार्टी में और ओपी राजभर को एनडीए में शामिल किया। हालांकि भाजपा उत्तर प्रदेश के घोसी में उपचुनाव में हार गई। लेकिन इस हार से पता चल जाता है कि भाजपा को ओबीसी वोटों के लिए बहुत कुछ करना है।
पार्टी ने पीएम मोदी को एक प्रमुख ओबीसी नेता के रूप में पेश किया है, और पिछले साल, मोर्चा ने ओबीसी समुदायों की स्थिति का आंकलन करने के लिए 23 राज्यों में अपने प्रतिनिधियों को भेजा था। हालांकि ओबीसी का कोई पुख्ता आंकडा नहीं है लेकिन एक अनुमान के अनुसार देश भर में ओबीसी समुदाय में 40 प्रतिशत से अधिक मतदाता हैं। भाजपा का ओबीसी मोर्चा चुनाव वाले राज्यों में पिछड़ी जातियों को गोलबंद कर रहा है। मोर्चा के निर्वाचित प्रतिनिधि इस महीने के अंत से हर जिले में बैठकें करेंगे। ये प्रतिनिधि बताएंगे कि पीएम मोदी ने उनके लिए क्या कदम उठाए हैं। 17 सितंबर को मोदी के जन्मदिन पर शुरू की जाने वाली विश्वकर्मा योजना से ओबीसी की 140 से अधिक उप-जातियों को लाभ होगा। योजना के तहत 13,000 करोड़ रुपये का बजट है। इसके बारे में जानकारी देने के लिए ओबीसी मोर्चा सभी जिलों में बाइक रैलियां निकालेगा और इस अवसर पर मोदी के भाषण को प्रसारित करेगा।

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