पटना। नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार ने बुधवार को विधानसभा में हुए शक्ति परीक्षण में बहुमत हासिल कर लिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में अपनी नई सरकार के विश्वास मत पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि अगर सभी धर्म और जाति के लोग एक साथ आएंगे और 2024 में एकजुट विपक्ष टक्कर देगा। उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार ने हाल ही में भाजपा से गठबंधन तोड दिया था और आरजेडी के साथ मिलकर सरकार बनाई है। इस सरकार का विश्वास मत आज पेश किया गया। विश्वास मत पर मतदान से पूर्व भाजपा ने वॉकआउट कर गई। उल्लेखनीय है कि बहुमत होने के बावजूद सत्ता पक्ष ने मतदान करने की मांग की थी, लेकिन भाजपा का कहना था कि जब ध्वनिमत से विश्वास का प्रस्ताव पास हो गया है तो वोटिंग की क्या जरूरत है। लेकिन वोटिंग हुई और भाजपा ने वोटिंग का बहिष्कार किया।
नीतीश कुमार

ने विश्वास मत के दौरान भाजपा और केंद्र सरकार पर कई आरोप लगाए। नीतीश कुमार ने भाजपा पर हिंदू-मुसलमान करने का आरोप लगाया और कहा कि 2024 में एकजुट विपक्ष टक्कर देगा। नीतीश कुमार ने बताया कि देश भर के नेताओं ने उन्हें फ़ोन किया और इस फ़ैसले पर बधाई दी। नीतीश कुमार ने उन नेताओं से 2024 के चुनाव में एक साथ लड़ने का आग्रह किया।
इससे पूर्व बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बुधवार को नीतीश कुमार सरकार के फ्लोर टेस्ट से पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया। विधानसभा में सिन्हा ने कहा कि नरेंद्र नारायणन यादव कुर्सी संभालेंगे और सरकार द्वारा निर्धारित एजेंडे की अध्यक्षता करेंगे। सिन्हा के पद छोडने से इनकार के बाद बिहार विधानसभा सचिवालय ने मंगलवार देर शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सलाह पर सिन्हा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए दो दिवसीय विशेष सत्र के लिए कार्यसूची में बदलाव किया। इसके बाद सिन्हा ने बहुमत अपने खिलाफ देख पद से इस्तीफा देने का फैसला किया।नई सरकार बनने के बाद बिहार विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया। नीतीश कुमार को बहुमत साबित करना है। राजद और जदयू चाहते थे कि फ्लोर टेस्ट से पहले भाजपा विधायक और स्पीकर विजय कुमार सिन्हा पद से इस्तीफा दें। उनके इनकार पर राजद विधायकों ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस भी दिया था, जिसे उन्होंने खारिज कर दिया था। लेकिन आज उन्होंने बहुमत अपने खिलाफ देखते हुए इस्तीफा दे दिया।