
राहुल गांधी ने फिर साबित किया, डरो मत लड़ो और जीतो
-देवेंद्र यादव-

राहुल गांधी ने 16 अप्रैल बुधवार के दिन एक बार फिर से गुजरात की धरती से साबित किया, डरो मत लड़ो और जीतो। 15 अप्रैल मंगलवार के दिन जब राहुल गांधी गुजरात के अपने दो दिवसीय दौरे पर थे, तब प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड मामले में श्रीमती सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ समन जारी किया। 16 अप्रैल बुधवार के दिन समन के खिलाफ देश भर में कांग्रेस सड़कों पर नजर आई वहीं राहुल गांधी भाजपा के गढ़ गुजरात में अपने कार्यकर्ताओं के बीच थे। वह आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा को कैसे हराया जाए इसकी रणनीति बनाते नजर आए। राहुल गांधी गुजरात कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच ऐसे नजर आ रहे थे जैसे उन्हें प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा जारी किए गए समन से अनभिज्ञ हैं। पता भी है तो उनको इसका कोई फर्क पड़ता नहीं है। राहुल गांधी यह बात अक्सर कहते भी हैं कि मेरे खिलाफ भाजपा के नेता और सरकार कितना भी कुछ कर ले मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। मैं डरता नहीं हूं और यह बात 16 अप्रैल बुधवार के दिन गुजरात में राहुल गांधी के चेहरे से नजर भी आई।
राहुल गांधी ने गुजरात कार्यकर्ताओं के बीच में भाषण भी दिया मगर उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जारी किए गए समन की कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच चर्चा तक नहीं की। बल्कि राहुल गांधी गुजरात कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बोलते रहे कि भाजपा और आरएसएस को चुनाव में हराने का रास्ता गुजरात से ही निकलेगा, और भाजपा को गुजरात में ही हराएंगे।
16 अप्रैल बुधवार के दिन जहां एक तरफ राहुल गांधी बेखौफ नजर आए तो वहीं दूसरी तरफ देश भर में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रवर्तन निदेशालय के समन के खिलाफ सड़कों पर नजर आए। वहीं मल्लिकार्जुन खरगे के सलाहकार गुरमीत सिंह सप्पल एक बड़े यूट्यूब चैनल पर इंटरव्यू देकर बताते दिखाई दिए कि नेशनल हेराल्ड मामले में कोई दम नहीं है। उन्होंने कहा कि यह केवल भाजपा सरकार के द्वारा गांधी परिवार को डराने धमकाने की रणनीति है। मगर इतिहास गवाह है गांधी परिवार ना तो कभी डरा और ना ही कभी झुका। पूरी दुनिया जानती है गांधी परिवार ने देश के लिए कुर्बानियां दी है। सप्पल ने कहा कि गांधी परिवार वह परिवार है जिसने देश के लिए अपनी प्रॉपर्टी डोनेट कर दी। जिस प्रकार से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के सलाहकार गुरदीप सिंह सप्पल नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर बातें रख रहे थे, एक नाजुक घड़ी में कांग्रेस के पास सप्पल जैसे अनुभवी और योग्य नेता की जरूरत है जो भाजपा के नेताओं को उन्हीं की भाषा में जवाब दे पाए। कांग्रेस में अभी भी यह कमी है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)