किसी के घर में शादी रुकने की नौबत तो कई किसानों को कर्जदारों की चिंता

 बेमोसम बारिश ने किसानों की फसलों के साथ उम्मीदों पर भी पानी फेरा,किसी के घर में शादी रुकने तक की नौबत तो कई किसानों को कर्जदारों की चिंता, मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर आपदा प्रबंधन और बीमा कंपनियां से अविलंब मुवावजा दिलाने की मांग, जिम्मेदार जनप्रतिनिधि अपना धर्म निभाए

kheti
बारिश से खेतों में आडी पडी फसल

-दुष्यंत सिंह गहलोत-

dushayant singh gehlot
दुष्यंत सिंह गहलोत

कोटा। पिछले दो दिनों में कोटा सहित आस पास के क्षेत्र में हुई बेमौसम बारिश ने किसानों की फसलों के साथ साथ उनकी उम्मीदों को भी बर्बाद कर दिया है उनके सपनों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। कोटा भाजपा सोशल मीडिया के पूर्व संयोजक राकेश निर्मल सेन ने बताया कि किसानों से लगातार संपर्क बनाए रखने के बाद आज पूर्व भाजयुमो और किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष गिर्राज गौतम ने विभिन्न गांवों में जाकर किसानों की पीड़ा जानी। उन्होंने कहा कि 6 महीने से किसान अपनी फसल तैयार करने में लगा हुआ था और अंत समय में जब फसल काटने वाली थी और कट चुकी थी, बेमौसम बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

उन्होंने कहा कि कुदरत के साथ साथ राज्य प्रशासन और बीमा कंपनियां भी किसानों की परीक्षा ले रही हैं। किसानों से केसीसी के समय बीमा कंपनियां बीमे की राशि तो काट लेती है लेकिन जब नुकसान होता है तो किसान को कुछ नही मिलता। राजस्थान सरकार और प्रशासन ने किसानों को अभी तक दो वर्ष पहले का मुवावजा तक नहीं दिया। ऐसे में इस वर्ष किसानों को दो बार बेमौसम बारिश के कारण नुसान उठाना पड़ा है जिसका सरकार और प्रशासन ने अभी तक किसानों को कोई मुवावजा नहीं दिया। गिर्राज गौतम ने कहा कि क्षेत्र के अधिकतर गांवों में धान और सोयाबीन की 80 प्रतिशत से ज्यादा फसल खराब हो चुकी है। गिर्राज गौतम ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अविलंब आपदा प्रबंधन से मुवावजा और बीमा कंपनियां से राशि दिलवाने की मांग की। उन्होंने कहा कि बीमा कंपनियांे पर नकेल कसी जाय जिससे किसान लुटने से बच सके।

गौतम ने कहा कि इस नुकसान ने किसानों के घरों में अगले महीने होने वाली शादियों पर भी संकट के बादल मंडरा दिए हैं। उन्हे आशंका हे अब किस तरह से शादी हो पाएगी। साथ ही कई किसान कर्जदारों से घबराए हुए हैं क्योंकि किसानों को इस फसल से काफी उम्मीदें थी जो चूर -चूर हो गई हैं। गिर्राज गौतम ने जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों से भी आग्रह किया की वो आश्वासन और वादों के बजाय अपना धर्म निभाए और इस मुसीबत में किसानों के साथ खड़ा होकर प्रशासन और बीमा कंपनियां पर दबाव बनाए जिससे किसानों को राहत मिल सके। गौतम ने ये भी मांग की है कि अधिकतर किसानों के खेतों पर कई प्रकार से सरकारी ऋण चल रहे हैं इन्हें भी माफ किया जाय। उन्होंने कहा कि जल्द किसान को राहत नहीं दी गई तो डर है की किसान कोई गलत कदम न उठा ले अगर किसान की समस्याओं का जल्द निवारण नही किया गया तो आंदोलन से भी पीछे नहीं हटेंगे।

गिर्राज गौतम गुडला के बालमुकुंद मालव और कुंज बिहारी मालव और कैलाश के घर जाकर उनसे मिले और उनकी पीड़ा जानी इन सभी के घरों में अगले महीने बेटियांे की शादी है और सभी घरवालों ने बताया की उन्हें डर सता रहा है कि अब क्या होगा क्योंकि उनका सबकुछ इसी फसल पर निर्भर था। गिर्राज गौतम में उनके भरोसा दिलाते हुए कहा कि वह सरकार और प्रशासन हर संभव सहायता के लिए उनके साथ खड़े रहेंगे इस दौरान वार्ड पंच देवीशंकर नायक युवा नेता रूप शंकर सुमन, देव गौतम, धन्ना लाल मालव साथ रहे।

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