
-जेईई-मेन जनवरी सेशन रिजल्ट जारी
कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन जनवरी सेशन का परिणाम जारी कर दिया है। कुल 10 शिफ्टों में हुई परीक्षा में 14 स्टूडेंट्स ने 100 एनटीए स्कोर प्राप्त किया है, जिसमें राजस्थान के सर्वाधिक 5 विद्यार्थी, दिल्ली के 2, उत्तर प्रदेश के 2, महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक एवं तेलंगाना के 1-1 विद्यार्थी शामिल है। इस वर्ष राजस्थान से सर्वाधिक विद्यार्थियों का 100 एनटीए स्कोर बना है। जारी किए रिजल्ट में 44 स्टेट टॉपर्स की सूची भी जारी की गई है। इस बार जारी किए परिणामों में विद्यार्थियों को अपने एप्लीकेशन नम्बर एवं आवेदन के दौरान बनाए गए पासवर्ड से ही परिणाम प्राप्त होगा।
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि जेईई-मेन जनवरी सेशन बीई-बीटेक के लिए 22 से 29 जनवरी के मध्य 5 दिन में 10 शिफ्टों में हुई थी। फाइनल आंसर की 10 फरवरी को जारी की गई थी। जारी की गई प्रेस रिलीज के अनुसार परीक्षा के लिए 13 लाख 11 हजार 544 स्टूडेंट्स ने आवेदन किया था तथा 12 लाख 58 हजार 136 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। यह परीक्षा 13 भाषाओं में संपन्न हुई। देश के 304 परीक्षा शहरों के 618 परीक्षा केन्द्रों के साथ विदेशों के 15 शहरां में यह परीक्षा हुई। इस परीक्षा में 8 लाख 33 हजार 325 छात्र एवं 4 लाख 24 हजार 810 छात्राएं शामिल हुई। इसमें जनरल कैटेगरी के 4 लाख 66 हजार 358, ईडब्ल्यूएस के 1 लाख 38 हजार 699, ओबीसी के 4 लाख 90 हजार 275, एससी के 1 लाख 22 हजार 845 एवं एसटी के 39 हजार 959 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। कैटेगरी वाइज भी 100 पर्सेन्टाइल वाले स्टूडेंट्स की सूची जारी की गई है।
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किस पर्सेन्टाइल पर कौनसे एनआईटी, ट्रिपलआईटी
अमित आहूजा ने बताया कि जेईई-मेन जनवरी के परिणामों में 7 डेसीमल पर्सेन्टाइल के रूप में जारी किए गए। एनटीए स्कोर पर विद्यार्थियों में अपने-अपने पर्सेन्टाइल स्कोर के आधार मिलने वाले एनआईटीज, ट्रिपलआईटी एवं जीएफटीआई को लेकर उत्सुकता स्पष्ट दिखाई दे रही है। नीचे दी जा रही मिलने वाली कॉलेजों की संभावनाएं कैटेगिरी अनुसार सामान्य, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस, एससी-एसटी के विद्यार्थियों के लिए बदल सकती है।
– 99 पर्सेन्टाइल से अधिक है उन्हें शीर्ष एनआईटी जैसे तिरछी, वारंगल, सूरतकल, इलाहाबाद, राउरकेला, कालीकट व जयपुर, कुरूक्षेत्र जैसे एनआईटी एवं ट्रिपलआईटी इलाहाबाद में कोर ब्रांचेज मिलने की संभावनाएं स्पष्ट बन रही हैं।
– 99 से 98 पर्सेन्टाइल है तो उन्हें शीर्ष के टॉप 10 एनआईटी की कोर ब्रांच के अतिरिक्त अन्य ब्रांच के साथ-साथ टॉप 10-20 एनआईटी एवं ट्रिपल आईटी जबलपुर, ग्वालियर, गुवाहाटी, कोटा, लखनऊ, में कोर ब्रांच मिलने की संभावनाएं बन सकती है। इन एनआईटी में भोपाल, सूरत, नागपुर, जालंधर, दिल्ली, हमीरपुर, दुर्गापुर शामिल हैं।
– 98 से 96 पर्सेन्टाइल स्कोर होने पर टॉप 20 एनआईटी की कोर ब्रांचों के अतिरिक्त अन्य ब्रांचेज एवं शेष एनआईटी जिसमें नोर्थईस्ट के एनआईटी के साथ-साथ पटना, रायपुर, अगरतला, श्रीनगर, सिल्चर, उत्तराखंड एनआईटी एवं बिट्स मिसरा, पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज चंडीगढ़, जेएनयू, हैदराबाद यूनिवर्सिटी जैसे संस्थानों में प्रवेश मिल सकता है। साथ ही विद्यार्थियों को नए ट्रिपलआईटी डोदरा, पुणे, सोनीपत, सूरत ,नागपुर, भोपाल, तिरछी, रायचूर, कांचीपुरम, रांची, धारवाड़, अगरतला, कल्याणी की कोर ब्रांचेंज मिलने की संभावना रहेगी।
– 96 से 94 पर्सेन्टाइल स्कोर होने पर टॉप 25 से 31 एनआईटी की कोर ब्रांचों के अतिरिक्त अन्य ब्रांचें एवं जीएफटीआई में प्रवेश मिलने की संभावनाएं बन सकती हैं।
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कौन क्या करें
एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि इस वर्ष जेईई-मेन परीक्षा देने के 2 विकल्प विद्यार्थियों के पास है। ऐसे विद्यार्थी जिनका जनवरी जेईई-मेन पर्सेन्टाइल 99.5 से अधिक है उन विद्यार्थियों को जेईई-एडवांस्ड की परीक्षा की तैयारी पूरे फोकस के साथ करनी चाहिए। क्योंकि उनकी इस पर्सेन्टाइल पर अच्छे एनआईटी में कोर ब्रांचेंज मिलने का विकल्प सुरक्षित हो गया है। 99.5 से 98.5 पर्सेन्टाइल स्कोर के मध्य वाले विद्यार्थी सुविधानुसार जेईई-मेन दे सकते हैं अथवा एडवांस्ड की तैयारी में लग जाना चाहिए। ऐसे विद्यार्थी जिनका पर्सेन्टाइल 98.5 से कम है, इन्हें जेईई-मेन, अप्रेल के साथ-साथ एडवांस्ड की तैयारी पर भी पूरा ध्यान देना चाहिए। यह सुझाव कैटेगिरी के अनुसार बदल सकते हैं।
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एनटीए स्कोर निकालने का फार्मूला
जेईई मेन के पहले सेशन के जारी किए जाने वाले रिजल्ट में स्टूडेंट्स के टोटल एंटीए स्कोर के साथ फिजिक्स, केमिस्ट्री एवं मैथ्स के अलग अलग एंटीए स्कोर 7 डेसिमल परसेंटाइल में जारी किए हैं। जेईई मेन की परीक्षा विभिन परियो में होती है। ऐसे में प्रत्येक पारी के पेपर का डिफिकल्टी लेवल भी अलग अलग हो सकता है। ऐसे में सभी अलग-अलग शिफ्टों में स्टूडेंट्स के अपनी अपनी शिफ्ट में रॉ स्कोर के आधार पर नार्मेलाइज कर 7 डेसिमल में परसेंटाइल एंटीए स्कोर के रूप में जारी की जाती है। आहूजा ने बताया कि सर्वप्रथम प्रत्येक स्टूडेंट्स के रॉ स्कोर को निकला जाता है उसके बाद उस स्टूडेंट्स के बराबर और उससे कम रॉ स्कोर वाले स्टूडेंट्स की संख्या ली जाती है, इसे 100 से गुना कर, कुल परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स से भाग देकर 7 डेसिमल में परसेंटाइल निकला जाता है, जिसे उस स्टूडेंट् का एंटीए स्कोर बोला जाता है। यह पर्सेन्टाइल फार्मूला विद्यार्थियों के कुल औसतन प्राप्तांकों के साथ-साथ मैथ्स, फिजिक्स एवं कैमेस्ट्री के प्राप्तांकों पर भी लागू होता है। इस फॉर्मूले से प्रत्येक स्टूडेंट का टोटल एंटीए स्कोर के साथ साथ प्रत्येक विषय का एंटीए स्कोर निकला गया। अप्रैल सेशन का एंटीए स्कोर भी निकला जाएगा। यदि विद्यार्थी जनवरी व अप्रैल दोनों जेईई-मेन परीक्षा देता है तो उसके दोनों परीक्षाओं के अधिकतम एनटीए स्कोर के आधार पर ही आल इंडिया रैंक जारी की जाएगी।