
-ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस कैटेगरी सर्टिफिकेट आईडी एवं इश्यू डेट और सर्टिफिकेट जारी करने वाले अधिकारी के नाम का मामला
कोटा. देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन के जनवरी सेशन की आवेदन प्रक्रिया जारी है। 15 दिनों तक धीमी चलने के बाद अब अंतिम सप्ताह में स्टूडेंट्स आवेदन करने लगे हैं। पिछले दो दिनों में बड़ी संख्या में विद्यार्थी आवेदन करते नजर आ रहे हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 22 नवम्बर तक है। अब तक करीब 6 लाख 80 हजार स्टूडेंट्स ने परीक्षा के लिए आवेदन किया है। अंतिम तिथि तक यह संख्या 12 लाख तक पहुंचने का अनुमान है। गत वर्ष पहले सेशन के लिए 12 लाख 21 हज़ार से अधिक स्टूडेंट्स ने आवेदन किया था।
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया इस वर्ष पहली बार जेईई-मेन आवेदन के दौरान ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस के स्टूडेंट्स केटेगरी सर्टिफिकेट आईडी एवं इश्यू डेट के साथ-साथ प्रमाण पत्र जारी करने वाले अधिकारी का नाम भी मांगा गया है। इसके चलते स्टूडेंट्स आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। अब अधिकांश राज्यों में सर्टिफिकेट जारी होने लगे हैं, ऐसे में आवेदन किए जाने लगे हैं लेकिन झारखंड और महाराष्ट्र में चुनावों के चलते प्रशासनिक व्यस्तताओं से सर्टिफिकेट नहीं बन पा रहे हैं। इस कारण स्टूडेंट्स परेशान हैं।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष ओबीसी-ईडब्ल्सूएस के आवेदनों में ये शर्तें जोड़ने के बाद प्रक्रिया थोड़ी लम्बी हो गई है। विद्यार्थी और अभिभावक इस प्रक्रिया में राहत देने की मांग कर रहे हैं। इनका कहना है कि सामान्यतः आईआईटी-एनआईटी में प्रवेश के समय 1 अप्रैल के बाद का ही ओबीसी ईडब्ल्यूएस कैटेगरी का सर्टिफिकेट ही मान्य होता है। ऐसे में इस सत्र में प्रवेश के लिए भी एक अप्रैल 2025 के बाद का सर्टिफिकेट मान्य होगा। इसे देखते हुए अभी आवेदन में मांगे गए ओबीसी एवं इडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट डिटेल केवल औपचारिकता मात्र ही है, क्योंकि इन सभी स्टूडेंट्स को काउंसलिंग के दौरान अपना नया सर्टिफिकेट बनवाना ही होगा। अतः एनटीएस को इन सब बातों को देखते हुए कैटेगरी सर्टिफिकेट डिटेल्स वाले कॉलम को ऑप्शनल करना चाहिए।