
-29 प्रतिशत की कानपुर, मद्रास रही प्राथमिकता
कोटा. आईआईटी कानपुर द्वारा जेईई एडवांस्ड की जारी गई रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष आईआईटी में 18188 स्टूडेंट्स को प्रवेश दिया गया जिनमे 14,524 लड़के जेंडर नूट्रल पूल कोटे से एवं 3664 लड़कियां फीमेल सुपर न्यूमेरेरी पूल से शामिल हैं। इस वर्ष टॉप 5000 रैंकर्स के जारी किये गए हैं। जारी आंकड़ों के अनुसार टॉप 1000 रैंक्स में 47 फीसदी स्टूडेंट्स ने केवल दो टॉप आईआईटी बॉम्बे एवं दिल्ली में प्रवेश लिया।
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के एजुकेशन एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि आईआईटी कानपुर द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में इस वर्ष टॉप 100 रैंक वाले स्टूडेंट्स में से 73 स्टूडेंट्स ने आईआईटी बॉम्बे, 19 ने आईआईटी दिल्ली, 6 ने आईआईटी मद्रास में प्रवेश लिया है। इसी तरह टॉप 200 रैंकर्स में से 105 स्टूडेंट ने बॉम्बे, 44 स्टूडेंट ने दिल्ली, 35 ने मद्रास, 12 स्टूडेंट में कानपुर में प्रवेश लिया। इसके अतिरिक्त टॉप 500 रैंक तक के स्टूडेंट्स में 183 स्टूडेंट्स ने बॉम्बे, 114 स्टूडेंट ने दिल्ली, 77 ने मद्रास, 40 स्टूडेंट्स ने कानपुर, 47 स्टूडेंट्स ने खड़गपुर, 19 स्टूडेंट्स ने आईआईटी रूड़की, 4 स्टूडेंट्स ने हैदराबाद को एडमिशन के लिये चुना।
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टॉप-1000 में इन आईआईटीज को प्राथमिकता
आहूजा ने बताया कि जारी आकड़ों के अनुसार टॉप 1000 रैंकर्स में 47 फीसदी स्टूडेंट्स ने केवल दो टॉप आईआईटी बॉम्बे एवं दिल्ली में एडमिशन लिया। 29 प्रतिशत स्टूडेंट्स ने कानपुर, मद्रास को प्राथमिकता दी। टॉप 1000 रैंकर्स में से 252 स्टूडेंट्स ने आईआईटी बॉम्बे, 196 स्टूडेंट ने आईआईटी दिल्ली, 152 ने मद्रास, 124 स्टूडेंट में कानपुर, 85 स्टूडेंट्स ने खड़गपुर, 48 स्टूडेंट्स ने गुवाहाटी, 50 स्टूडेंट्स ने आईआईटी रूड़की, 42 स्टूडेंट्स ने हैदराबाद, 07 ने बीएचयू, 1-1 स्टूडेंट ने आईआईटी इंदौर व गांधीनगर में एडमिशन लिया। ऐसे में टॉप 1000 रैंकर्स में सबसे ज्यादा प्रवेश पुराने टॉप आईआईटीज में लिया एवं नए आईआईटी में प्रवेश में रूचि नहीं दिखाई। केवल नए आईआईटी में हैदराबाद आईआईटी को अच्छी प्राथमिकता देते दिखाई दिए। इसी तरह टॉप 5000 में 755 स्टूडेंट्स ने आईआईटी बॉम्बे, 577 स्टूडेंट ने आईआईटी दिल्ली, 478 ने मद्रास, 448 स्टूडेंट में कानपुर, 517 स्टूडेंट्स ने खड़गपुर, 305 स्टूडेंट्स ने गुवाहाटी, 429 स्टूडेंट्स ने आईआईटी रूड़की, 222 स्टूडेंट्स ने हैदराबाद, 258 ने बीएचयू, 109 स्टूडेंट ने आईआईटी इंदौर, 87 ने गांधीनगर, भुवनेश्वर 43, मण्डी 60, जोधपुर 63, पटना 75, धनबाद 90, रूपड 120, भिलाई 02, गोवा 03, पलक्कड़ व धारवाड़ में 1-1, तिरूपति 14 व जम्मू 4 में एडमिशन लिया।
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क्यों टॉपर्स चुनते है पुरानी आईआईटी
एक्सपर्ट आहूजा के अनुसार टॉपर्स केवल टॉप-7 आईआईटी को ही ज्यादा प्राथमिकता देते है इसका प्रमुख कारण पुराने 7 आईआईटी में प्रतिस्पर्धात्मक माहौल अधिक मिलता है, जिसके कारण विद्यार्थी अपना सर्वांगीण विकास कर पाते हैं। इन आईआईटी में जॉब प्लेसमेंट के लिए कंपनियां भी अन्य आईआईटी के मुकाबले में ज्यादा संख्या में आती है जो हर फील्ड के बच्चों को प्लेसमेंट के लिए मौका देती है। साथ ही वर्ल्ड की टॉप एमएनसी इन आईआईटी में करोड़ों रूपए तक के पैकेज स्टूडेंट्स को ऑफर करती है। इसके अतिरिक्त इन आईआईटी से विदेश में एमएस करने के लिए भी असीम सम्भावनाएं उपलब्ध रहती है क्योकि यहाँ के प्रोफेसर्स का रिकमंडेशन विदेश में पढ़ाई में बहुत महत्वपूर्ण होता है साथ ही पुराने आईआईटी में स्टार्टटप की सम्भावनाएं ज्यादा है जिसके लिए फण्ड भी आसानी से मिल जाता है। इसके अतिरिक्त टॉपर्स के आलावा भी अन्य स्टूडेंट्स की प्राथमिकता पुराने टॉप आईआईटी ही रहते है भले उन्हें इन आईआईटी में लोअर ब्रांच ही क्यों ना मिले। वे स्टूडेंट्स भी नई आईआईटी की बजाय पुराने आईआईटी में जाना पसन्द करते है।