
-अहिल्याबाई होलकर पर पोस्टर प्रदर्शनी एवं व्याख्यान सत्र का आयोजन
कोटा। राजकीय कला महाविद्यालय, कोटा की राष्ट्रीय सेवा योजना की चारों इकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में महान् ऐतिहासिक व्यक्तित्व अहिल्याबाई होलकर के जीवन दर्शन से संबंधित विभिन्न पक्षों को आधार बनाते हुए महाविद्यालय के नवीन भवन के कक्ष संख्या 08 में पोस्टर प्रदर्शनी प्रतियोगिता और व्याख्यान सत्र का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. रोशन भारती द्वारा की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रीना मीणा, जिला समन्वयक, एनएसएस, कोटा और मुख्य वक्ता के रूप में विवेक कुमार मिश्र, पूर्व जिला समन्वयक, एनएसएस, कोटा मंचासीन रहे। कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय प्राचार्य और अतिथिगण द्वारा प्रदर्शनी कक्ष का फीता काटकर उद्घाटन किया गया। पोस्टर प्रदर्शनी प्रतियोगिता में लगभग 50 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिन्होंने अहिल्याबाई होलकर के जीवन वृत्त के विभिन्न पक्षों को आधार बनाते हुए बहुत सुंदर और आकर्षक पोस्टर्स को तैयार किया और उन्हें प्रदर्शनी कक्ष में प्रदर्शित किया गया। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में प्रो. सविता वर्मा, प्रो. मंजू गुप्ता और प्रो. गुलाम रसूल खान सम्मिलित रहे । निर्णायक मंडल के साथ अतिथि गण द्वारा प्रत्येक पोस्टर का अवलोकन किया। पोस्टर में प्रदर्शित विषय वस्तु, स्पष्टता और विषय वस्तु के प्रस्तुतीकरण के आधार पर निर्णायक मंडल ने विजेता प्रतिभागियों का चयन किया । प्रतियोगिता में सोनाली सिंह और जय श्री शर्मा संयुक्त रूप से प्रथम स्थान पर रही। पल्लवी शर्मा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया और जय कुमार और दीपिका सुमन ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजेता प्रतिभागियों को अतिथिगण द्वारा अपने कर कमलों से प्रमाण पत्र और प्रतीक चिन्ह देकर कर सम्मानित किया।
श्रीमती रीना मीणा ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में आयोजित यह पोस्टर प्रदर्शनी निश्चित रूप से एक अभिनव पहल है। स्वयंसेवकों और विद्यार्थियों में राष्ट्रीय गौरव के प्रतीकों और आदर्शों के प्रति आत्म गौरव की भावना विकसित करने का यह महत्वपूर्ण माध्यम है। मुख्य वक्ता प्रो. विवेक कुमार मिश्र ने अपने उद्बोधन में कहा कि अहिल्याबाई होलकर एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक व्यक्तित्व हैं । एक आदर्श नारी की प्रतीक हैं । वे एक कुशल प्रशासिका, समाज सुधारक, स्त्री प्रगति की पक्षधर और प्रजाहितैषी रही हैं ।उन्होंने भारतीय धर्म एवं संस्कृति को पुनर्स्थापित करने का अथक प्रयास किया। हम देखते हैं कि अहिल्याबाई होलकर के अधिकांश पोस्टर्स में उनके एक हाथ में शिवलिंग है और दूसरे हाथ में तलवार है, जो बताती है की धर्म व्यक्ति को नैतिक और न्याय की राह पर लेकर जाता है। उन्होंने काशी विश्वनाथ आदि विभिन्न मंदिरों, घाटों, प्याऊ, अन्नशाला आदि का निर्माण करवाया। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में माननीय प्राचार्य महोदय ने कहा कि राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय गौरव के प्रतीकों और व्यक्तित्वों को प्रकाश में लाने की यह अभिनव पहल है। निश्चित रूप से इसके माध्यम से हम इतिहास के अनछुए पहलुओं को जानकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस करेंगे और उन आदर्शों के व्यक्तित्व से शिक्षा लेकर अपने राष्ट्र और समाज को उन्नति पथ पर लेकर जाएंगे।
कार्यक्रम का संयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना के चारों कार्यक्रम अधिकारियों डॉ.समय सिंह मीना, डॉ कल्पना श्रृंगी, डॉ. चंचल गर्ग और डॉ. रसीला द्वारा किया गया । कार्यक्रम का संचालन डॉ. चंचल गर्ग ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. कल्पना श्रृंगी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रो. वंदना शर्मा, प्रो. हरकेश बैरवा, प्रो. सुनीता गुप्ता, प्रो. अकीला आजाद, डॉ. अनीता टांक, प्रो. संध्या गुप्ता, प्रो. प्रमिला श्रीवास्तव, डॉ. दीपा चतुर्वेदी, डॉ. अमिताभ बासु, डॉ. रामावतार मेघवाल, प्रो. संदीप सिंह चौहान, डॉ तलविंदर कौर, श्री राधाकृष्ण मीना आदि संकाय सदस्यों की गरिमामय उपस्थिति रही।