
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान में कोटा के नयापुरा पुलिस के मारपीट के मामले में सुनवाई नही करने के विरोध में एक युवक राधेश्याम मीणा के आत्मदाह के प्रयास के बाद उसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बीच कोटा में कांग्रेस पार्षदों ने पुलिस अधीक्षक (शहर) से मिलकर इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
कोटा नगर निगम (उत्तर) के वार्ड संख्या 66 के पार्षद हरिओम सुमन और उसके साथियों पर मारपीट करने और इस मामले में पुलिस के उसकी सुनवाई नहीं करने के मामले को लेकर कोटा के नयापुरा क्षेत्र के गांवड़ी निवासी युवक राधेश्याम मीणा के गुरुवार रात को नयापुरा थाना परिसर में अपने शरीर पर किसी ज्वलनशील पदार्थ को छिड़क कर आग लगाने के मामले में झुलसे इस युवक की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे नई दिल्ली के सफदरजंग चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
यहां मिली जानकारी के अनुसार 40 प्रतिशत से भी अधिक जलने से राधेश्याम मीणा को पहले कोटा के एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से उसे जयपुर के लिए रेफर कर दिया गया था और वहां एसएमएस अस्पताल के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में उसका इलाज किया जा रहा था लेकिन 17 सितम्बर की शाम उसकी तबीयत बिगड़ने के बाद रात्रि को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर उसे एंबुलेंस से चिकित्सकीय देखरेख में नई दिल्ली ले जाकर वहां के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
इस बीच कोटा में कांग्रेस के दो पार्षदों लेखराज योगी और श्याम मीणा ने आज पुलिस अधीक्षक (शहर) से भेंट करके इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है। कांग्रेस पार्षदों का आरोप लगाया है कि इस मामले में वार्ड 66 के पार्षद हरिओम सुमन को गलत तरीके से फंसाया गया है जबकि एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें राधेश्याम मीणा कांग्रेस पार्षद हरिओम सुमन के सामने लाठी लेकर खड़ा नजर आ रहा है। पुलिस अधीक्षक (शहर) निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। उल्लेखनीय है कि राधेश्याम मीणा से कथित मारपीट करने के मामले में पुलिस ने शनिवार को कांग्रेस पार्षद हरिओम सुमन और उसके दो साथियों हितेश और अमित को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था जहां से दोनों को 30 सितंबर तक के लिए नई न्यायिक अभिरक्षा में कोटा के लिए कारागार भेज दिया गया था। नयापुरा थाना पुलिस इस मामले की जांच कर रही है पुलिस ने जयपुर जाकर शनिवार को फरियादी राधेश्याम मीणा के बयान भी दर्ज किए थे।