
पी के आहूजा
कोटा। माला रोड पर बनी जे एन मार्शल समेत कुछ कॉलोनियों तथा स्टेशन रोड में मंगलवार को बारिश थमने से कुछ राहत मिली लेकिन फिर भी सडकों एवं गलियों में पानी भरा हुआ था। इस क्षेत्र में पानी भरने का कारण माला रोड नाले की बारिश के पानी की आवक के मुकाबले कम क्षमता होना है। सेना क्षेत्र और रेलवे के इलाके का बारिश का पानी इसी नाले से निकलता है जबकि इस नाले की इतने पानी को ढोने की क्षमता नहीं है।

इस क्षेत्र की वार्ड 64 की पार्षद निशा गौतम के पति विनोद गौतम ने बताया कि भारी बारिश में जब भी नाला ओवर फ्लो होता है तो माला रोड की कालोनियों में पानी भरना शुरू हो जाता है। इसका असर स्टेशन के मुख्य बाजार तक में होता है. उन्होंने बताया कि कॉलोनियों में पानी भरने की समस्या को देखते हुए बारिश से पूर्व इस नाले की सफाई कराई गई थी लेकिन क्षमता कम होने से तेज बारिश में सभी प्रयास विफल रहे। बताया जाता है कि जैसे ही नाला ओवर फ्लो होता है आसपास की अन्य नालियों का पानी भी इस नाले में मिल जाता है जिससे स्थिति विकट हो जाती है। यही नाला चन्द्रसेल में जाकर गिरता है लेकिन तब तक माला रोड और स्टेशन बाजार के निवासी परेशान रहते हैं।
विनोद गौतम ने बताया कि यूआईटी की ओर से इस क्षेत्र में एक और नाले का काम कराया जा रहा है। इसके पूरा होने के बाद स्थिति में सुधार होने की संभावना है क्योंकि इससे माला रोड वाले नाले पर दबाव कम होगा। सोमवार को महापौर मंजू मेहरा ने भी इस क्षेत्र का मौका मुआयना किया था। आज बारिश कम होने पर नाले में बारिश के पानी के साथ आए कचरे को भी साफ कराया गया। नाले में पानी के साथ पॉलीथिन का कचरा आया है. यह नाले में ज्यादा रुकावट पैदा करता है. जैसे जैसे नाले से पानी निकलेगा प्रभावित कॉलोनियों में भी स्थिति सुधर जाएगी।