-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान में कोटा के राजीव गांधी इलाके में वाहन हटाने की मामूली बात को लेकर निगमकर्मियों ने एक ओला कैब संचालक के साथ बेरहमी के साथ मारपीट की जिसके विरोध व गिरफ़्तारी की मांग को लेकर 7 अगस्त की सुबह कैब चालकों ने थाे पर हंगामा कर दिया। इस घटना के विरोध में आज कैब संचालकों ने कार्य का बहिष्कार कर जवाहर नगर थाने के बाहर धरना दे दिया और नारेबाजी कर हंगामा किया। प्रदर्शन कर कैब संचालकों ने जल्द आरोपियो की गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। कैब संचालकों का कहना है कि मारपीट का आदेश देने वाले कोटा नगर निगम के कनिष्ठ अभियंता को हिरासत में लेने के बाद भी पुलिस ने उच्च अधिकारी के दबाव में आकर छो
ड़ दिया और हल्की धाराओं में मामला दर्ज करने की कर पुलिस खानापूर्ति कर रही है। यह घटना कल देर रात की बताई जा रही है जब राजीव गांधी इलाके में एक कैब संचालक विक्रम सिंह कोचिंग स्टूडेंट को छोड़ने के लिए आया था और सड़क के किनारे खड़ा कर गाड़ी खड़ी करके किराया ले रहा था। इसी दौरान आवारा जानवरों को पकड़ने गये कोटा नगर निगम के कार्मिकों की टीम मौके पर पहुंची और चालक विक्रम सिंह से गाड़ी को हटाने की बात को लेकर उनकी आपस में तकरार हो गई और इसके बाद एक अभियंता के उकसाने पर करीब दो दर्जन निगमकर्मियों ने लाठियों से ताबड़तोड़ हमला कर कैब संचालक विक्रम सिंह को घायल कर दिया। ओला कैब ड्राइवर के पूरे शरीर पर गंभीर चोटों के निशान है। हमले की वारदात के बाद सभी ओला कैब संचालकों ने जवाहरनगर थाने के बाहर धरना देकर नारेबाजी की ओर आक्रोश जताया। फिलहाल जवाहर नगर थाना पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। कैब संचालकों का आरोप है कि मौक पर पुलिस पहुंची थी और अभियंता व अन्य को साथ ले गई तथा बाद में उनको जाने दिया लेकिन पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है व तथ्यों का पता लगाने के बाद ही आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।