-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान के कोटा में देश में बढ़ती महंगाई और खाद्य वस्तुओं सहित अन्य जरूरी चीजों पर जीएसटी बढ़ाए जाने के विरोध में 7 अगस्त को रास्ता रोकने जा रहे हाडोती विकास मोर्चा के कार्यकर्ताओं को खदेड़ने के लिए पुलिस ने वाटन कैनन का इस्तेमाल किया। रास्ता जाम करने जा रहे इन कार्यर्ताओं को रोकने के लिये पहले तो पुलिस ने लाठियां फटकारी लेकिन इसके बाद भी जब कार्यकर्ता नहीं माने तो उन्हें खदेड़ने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। बढ़ती महंगाई और नई जीएसटी की दरें लागू करने के विरोध में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार हाडोती विकास मोर्चा के कार्यकर्ता संभागीय संयोजक राजेंद्र सांखला के नेतृत्व में आज दोपहर को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 27 एवं 52 पर रास्ता रोकने के लिए जा रहे थे तो कुंहाड़ी इलाके में नान्ता के पास पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर कार्यकर्ताओं को रोक दिया लेकिन उत्तेजित कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए बैरिकेडिंग को हटाकर आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे तो पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए लाठियां फटकार लेकिन इसके बाद भी जब कार्यकर्ता नहीं माने तो पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल करके कार्यकर्ताओं को खदेड़ने की कोशिश की। इसके बावजूद कई कार्यकर्ता वहीं पर जमे रहे तो पुलिस ने उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया और बस से बिठाकर अनंत्र ले जाकर छोड़ दिया।
गलत आर्थिक नीतियों के कारण महंगाई आसमान छू रही
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे हडोती विकास मोर्चा के संभागीय संयोजक राजेंद्र सांखला ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण पूरे देश में महंगाई पहले से ही लगातार बढ़कर आसमान छू रही थी, उस पर मोदी सरकार ने जरूरी खाद्य वस्तुओं पर जीएसटी की नई बढ़ी हुई दरें लागू करके आग में घी डालने का काम किया है। आज आम आदमी बढ़ती हुई महंगाई से लगातार त्रस्त है और देश के हालात आर्थिक मोर्चे पर हालात बद से बदतर हो जा रहे हैं।
राजनीतिक पार्टियों के नेताओं को दबाने का प्रयास
सांखला ने आरोप लगाया कि बेलगाम होती जा रही महंगाई और जीएसटी के विरोध में आवाज उठा रही राजनीतिक पार्टियों के नेताओं को दबाने के लिए उन पर बल प्रयोग किया जा रहा है। पुलिस ने केंद्र सरकार के दबाव में राजधानी में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य कई वरिष्ठ नेताओं तक को न केवल प्रदर्शन करने से रोका बल्कि उन्हें गिरफ्तार करके अपने तानाशाही पूर्ण रवैये का इजहार किया है लेकिन इस बेतहाशा बढ रही महंगाई को कार्यकर्ता सहन नहीं करेगा और इसके खिलाफ सतत संघर्ष आगे भी बिनाझुके जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को भी जनभावनाओं को समझना चाहिये व अपनी आर्थिक नीतियों में आमूलचूल परिवर्तन करके महंगाई पर काबू पाना चाहिये। इसके लिये बढी जीएसटी दरों को तत्काल वापस लेना चाहिये।