चम्बल की नहरों से सिंचाई के लिये पानी की निकासी 15 अक्टूबर से

क्षैत्रीय विकास आयुक्त ने कहा कि चम्बल सिंचित क्षेत्र की नहरों से अन्तिम छोर पर बैठे किसान को निर्बाध रूप से समय पर पानी मिले यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने रबी सीजन में नहरों में पानी छोड़े जाने से पूर्व मुख्य नहरों एवं वितरिकाओं की सफाई कराते हुए मरम्मत कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए

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काडा की बैठक में मौजूद जन प्रतिनिधि और अधिकारी

-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान में कोटा के चम्बल सिंचित क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण (काड़ा) की 40वीं बैठक क्षैत्रीय विकास आयुक्त दीपक नन्दी की अध्यक्षता में शुक्रवार को सीएडी सभागार में आयोजित की गई जिसमें विधायकगण, जिला कलक्टर, संबंधित विभागों के अधिकारी एवं समिति के सदस्य उपस्थित रहे। सरकारी सूचना के अनुसार क्षैत्रीय विकास आयुक्त ने कहा कि चम्बल सिंचित क्षेत्र की नहरों से अन्तिम छोर पर बैठे किसान को निर्बाध रूप से समय पर पानी मिले यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने रबी सीजन में नहरों में पानी छोड़े जाने से पूर्व मुख्य नहरों एवं वितरिकाओं की सफाई कराते हुए मरम्मत कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 15 अक्टूबर तक सभी अभियंता क्षेत्र में लगातार भ्रमण करेंगे तथा मरम्मत कार्य एवं नहरों की सफाई की मॉनिटरिंग करते हुए स्थानीय जन प्रतिनिधियों एवं किसानों से सीधा संवाद बनाए रखकर समस्याओं को निस्तारित करेंगे। उन्होंने नहरी क्षेत्र में जलप्रवाह के दौरान जल वितरण समितियों के पदाधिकारियों एवं किसान संघों के प्रतिनिधियों से भी सीधा संवाद बनाए रखने के निर्देश दिए। काड़ा की बैठक में राज्य स्तर से नियुक्त सदस्य एवं मुख्य अभियंता सीएडी द्वारा बैठक में भाग नहीं लेने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सदस्यों के सुझाव पर उन्होंने पुनः काड़ा की बैठक बुलाने के निर्देश दिए।

प्रत्येक किसान को आवश्यकता के अनुसार पानी मिले

विधायक सांगोद भरत सिंह ने कहा कि नहरों में जल प्रवाह के दौरान प्रत्येक किसान को आवश्यकता के अनुसार पानी मिले यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सुझाव दिए कि शहरी क्षेत्र में कमाण्ड एरिया में आबादी बस गई है उसे नॉन कमाण्ड घोषित किया जाकर नए क्षेत्र को जोड़ा जाए। खरीफ सीजन में भी चम्बल में पानी छोड़ने के साथ नहरों में पानी प्रवाहित किया जाए। उन्होंने नगर निगम क्षेत्र में नहरों में कचरा डालने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने एवं नहरों के ऊपर सौर पैनल के प्रस्ताव तैयार करने, शहरी क्षेत्र में नहरों में हो रहे अतिक्रमण को चिन्हित कर हटाने की कार्यवाही करने का सुझाव दिया।

क्षतिग्रस्त नहरों की मरम्मत समय पर कराई जाए

विधायक पीपल्दा रामनारायण मीणा ने कहा कि नहरों के निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण नहीं होने से अन्तिम छोर तक के किसानों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता है। क्षतिग्रस्त नहरों की मरम्मत समय पर कराई जाए। उन्होंने नहरों के जल वितरण सेक्शन को छोटा नहीं करने, मनरेगा के साथ मशीनों से भी सफाई कराने का सुझाव दिया। उन्होंने किसानों को उर्वरकों के साथ अटैचमेंट अन्य खाद भी देने वाले डिलरों के खिलाफ कार्यवाही करने, सीएडी के रेस्ट हाऊसों के मरम्मत कार्यों को भी प्लान में शामिल करने का सुझाव दिया।

प्रत्येक क्षेत्र के किसान को समय पर सूचना मिले

जिला कलक्टर ओपी बुनकर ने कहा कि नहरों में जल प्रवाह के समय प्रत्येक क्षेत्र के किसान को समय पर सूचना मिले। जल प्रवाह की तिथि एवं मात्रा की भी जानकारी जन प्रतिनिधियों एवं किसानों को समय पर दी जाए। अतिरिक्त क्षैत्रीय विकास आयुक्त नरेश मालव ने बिन्दुवार काड़ा की कार्ययोजना एवं गत् बैठक में लिए गए निर्णयों की पालना के बारे में विस्तार से बताया। संभागीय आयुक्त ने कहा कि किसानों की मांग पर सीएडी प्रशासन नहरों में जल प्रवाह के लिए तैयार है। उन्होंने 15 अक्टूबर से टेल क्षेत्र के किसानों के लिए तथा 25 अक्टूबर से हैड क्षेत्र के किसानों को रबी सीजन की फसलों में बुआई के लिए नहरों में जल प्रवाहित किया जाएगा।संभागीय आयुक्त ने नहरों के मरम्मत कार्य एवं साफ-सफाई की जांच के लिए सभी कलक्टरों को निर्देश दिए कि एसडीओ व वीडीओ के माध्यम से समय-समय पर जांच कराएं। अधिशाषी अभियंता सीएडी एसडीओ, वीडीओ से मिलकर नहरों की सफाई के बारे में अवगत कराएंगे।

कार्ययोजना तैयार करेंगे

नगर निगम क्षेत्र में होकर गुजर रही नहरों में हो रहे स्थाई व अस्थाई अतिक्रमणों को सीएडी, राजस्व व नगर निगम-यूआईटी की टीम चिन्हित कर हटाने कार्ययोजना तैयार करेंगे। नहरी क्षेत्र में निजी कोलोनाईजर्स द्वारा कॉलोनी विकसित की जायेगी। उसे एनओसी का प्रावधान किया जाए जिससे उस भूमि को अनकमाण्ड घोषित कर व्यय राशि जमा करवाई जा सकें। जिले में किसानों को खाद के साथ अटैचमेंट अन्य सामग्री के बेचान करने वाले उर्वरक डिलरों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। कृषि विभाग के दीगोद फार्म को मॉडल फार्म के रूप में विकसित करने के लिए सीएफसीएल के सीएसआर मद का उपयोग किया जाए जिससे हाडोती के किसानों को उन्नत कृषि की जानकारी मिल सकें। इसके लिए शीघ्र संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में बैठक आयोजित होगी। शहरी क्षेत्र में नहरों की सफाई शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत श्रमिकों के कराई जाएगी। बैठक में जिला प्रमुख कोटा मुकेश कुमार मेघवाल, बून्दी चन्द्रावती कंवर, जिला कलक्टर बून्दी रविन्द्र गोस्वामी, बारां नरेन्द्र गुप्ता, आयुक्त नगर निगम वासुदेव मालावत, मुख्य अभियंता सिंचाई प्रबन्धन संस्थान राज सिंह राठौड़, अधीक्षण अभियंता सीएडी लखन लाल गुप्ता, संयुक्त निदेशक कृषि रामावतार शर्मा, संयुक्त निदेशक उद्यानिकी पीके गुप्ता सहित संबंधित विभागों के अधिकारी एवं समिति के सदस्य उपस्थित रहे।

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