
-देवेंद्र यादव-

बिहार पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव की बात में दम तो है, यदि कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन समझे तो, बिहार को लेकर दिल्ली के बाद पटना में इंडिया गठबंधन की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की इस बैठक में कांग्रेस और राजद सहित इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों के नेताओं ने भाग लिया, जबकि निर्दलीय सांसद पप्पू यादव बैठक से बाहर पत्रकार वार्ता करते दिखाई दिए !
जहां एक तरफ कांग्रेस के कृष्णा अल्ला वरु और राजेश राम और तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर इंडिया गठबंधन चुनावी रणनीति पर बात करते नजर आए तो वहीं दूसरी तरफ पप्पू यादव पत्रकारों के सवालों का जवाब देते नजर आए पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए पप्पू यादव ने कहा कि देश में यदि भारतीय जनता पार्टी को कोई पार्टी हरा सकती है तो वह पार्टी है कांग्रेस, पप्पू यादव ने बड़ी बात यह बोली की कांग्रेस सड़क पर भाजपा से अकेले लड़ रही है, भाजपा से कांग्रेस की इस लड़ाई में इंडिया गठबंधन के घटक दल कहां है, प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस के बड़े नेता श्रीमती सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ समन जारी किया है, इंडिया गठबंधन का कौन सा दल है जो कांग्रेस के साथ खड़ा होकर सड़क पर इसका विरोध करता हुआ नजर आ रहा है, पप्पू यादव की इसी बात में दम है यदि कांग्रेस और कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और मल्लिका अर्जुन खरगे समझे तो ! भारतीय जनता पार्टी से लगातार कांग्रेस संघर्ष करते हुए नजर आ रही है मगर इंडिया गठबंधन के घटक दल बार-बार कांग्रेस को अपने-अपने राज्यों में कमजोर बताकर वार्निंग कर रहे हैं , यह तो वह बात है भाजपा की नीतियों के खिलाफ सड़क पर संघर्ष करें कांग्रेस, और भाजपा सरकार के खिलाफ माहौल बनाए कांग्रेस, और जब मैदान को जीतने का अवसर आए तब घटक दल कांग्रेस को कमजोर बताकर मलाई खाने में जुट जाते हैं !
बार-बार इंडिया गठबंधन की एकता को लेकर सवाल उठते हैं और खड़े होते हैं, यह सवाल इसलिए उठते हैं क्योंकि जब इंडिया गठबंधन के घटक दल पर कोई राजनीतिक संकट सरकार या भाजपा की तरफ से आता है तब घटक दल के नेता एक साथ नजर नहीं आते है, इंडिया गठबंधन के इस बिखराव का ही भाजपा फायदा उठाती है, इंडिया घटक दल के नेता केवल चुनाव के वक्त ही एकता का खोखला प्रदर्शन करते हैं संकट के समय इंडिया घटक दल के नेता एक साथ नजर नहीं आते हैं अभी तक जो देखा है उससे लगता है कि घटक दल केवल चुनाव में साथ होते हैं चुनाव के बाद वह बिखर जाते हैं जबकि यदि भाजपा से संघर्ष कर जीतना है तो चुनाव के बाद भी इंडिया गठबंधन के नेताओं को एकजुट रहना होगा ! भारतीय जनता पार्टी और उसकी सरकार के राजनीतिक आक्रमणों का मिलकर सामना करना होगा! और शायद पप्पू यादव की जुबान पर यही दर्द 17 अप्रैल को देखने को मिला, उन्होंने कहा कि कांग्रेस के हमारे नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर संकट आया हुआ है इंडिया घटक दल के नेताओं को कांग्रेस के साथ मिलकर इस संकट के खिलाफ सड़क पर संघर्ष करना होगा, और विपक्ष की एकता का परिचय देना होगा, क्योंकि देश में अकेली कांग्रेस पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है जो भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बाहर कर सकती है !
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)