-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। चम्बल नदी में पानी की अत्यधिक आवक होने के कारण मंगलवार रात कोटा बैराज से लगभग 3 लाख क्यूसेक पानी की निकासी की गई। बैराज के 13 गेट खोले गए हैं एवं रात्रि में पानी की आवक के अनुसार आवश्कतानुसार और गेट खुलने की संभावना है। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 16 अगस्त की देर शाम करीब साढे़ सात बजे मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में चम्बल नदी पर बने सबसे बड़े गांधी सागर बांध से एक लाख 60 हजार क्यूसेक पानी की निकासी करने एवं राणा प्रताप सागर बांध व जवाहर सागर बांध के कैचमेंट में लगातार बारिश होने के कारण कोटा बैराज से देर रात तक तीन लाख क्यूसेक पानी निकासी की है।
लो लाइन एरिया में तेज पानी आने की संभावना
अतिरिक्त कलक्टर (शहर) बृजमोहन बैरवा ने बताया कि बैराज से पानी की निकासी के कारण चंबल नदी के नजदीकी लो लाइन एरिया में पानी भराव की संभावना रहेगी जिससे मथुराधीश जी के घाट के पास माता जी के द्वार के मध्य में, जामा मस्जिद के पास वाले खरंजा की सीडी ऊपर, शारदा घाट के पास जाना ना घाट के सामने ऊपर वाली सीडी के चबूतरे पर, कर्बला क्षेत्र मकान नंबर की दूसरी सीडी तक, राज्य पथ परिवहन अड्डे के पास पुलिया के पास तेज पानी आने की संभावना रहेगी। सम्बन्धित क्षेत्रो के नागरिकों को सतर्क रहने का अनुरोध किया गया है। यह भी जानकारी मिली है कि बूंदी, सवाई माधोपुर, धौलपुर के प्रशासन को भी इससे पहले ही अवगत करवा दिया गया है व इन जिलों में चम्बल नदी के तटीय इलाकों में बसे गांवो में सावचेती बरती जा रही है। धौलपुर जिले मे पिछले साल गांधी सागर बांध से पानी की भारी निकासी के बाद राहत एव बचाव कार्यो के लिये सेना को बुलाना पड़ा था।
जिला कलक्टर ने लो लाइन एरिया का निरीक्षण किया
जिला कलक्टर ओपी बुनकर ने अधिकारियों के साथ चम्बल के लो लाइन एरिया का निरीक्षण किया। उन्होंने नगर निगम को पानी भराव वाले क्षेत्रों में मुनादी कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए। आयुक्त नगर निगम वासुदेव मालावत को कंट्रोल रूम पर ट्रांसपोर्ट की सुविधाएं रखने के निर्देश दिए। रात को कोटा बैराज से ज्यादा पानी छोड़ने पर निचली बस्तियों से लोगों को आश्रय स्थलों पर शिफ्ट करना पड़ सकता है। जितने भी आश्रय स्थल है वहां पर बिजली सफाई और पेयजल आदि की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
पानी की आपूर्ति प्रभावित
जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता द्वितीय श्याम माहेश्वरी ने बताया कि पानी के अत्यधिक वेग के कारण इंटेक में लगे हुए पंप का मूवमेंट बढ़ गया है जिसके कारण मोटर पंप की शाफ़्ट डैमेज अथवा बैंड होने की संभावना को देखते हुए रात्रि को दोनों पम्प बन्द करवा दिए गए हैं जिसके कारण सकतपुरा 130 एमएलडी से होने वाली पानी की आपूर्ति नदी पार, कुन्हाड़ी,सकतपुरा,नयापुरा, स्टेशन , बोरखेड़ा व रायपुरा क्षेत्र मे बाधित रहेगी।

















