
कोटा। राजकीय कला महाविद्यालय कोटा में भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रोफेसर गीताराम शर्मा निदेशक कॉलेज शिक्षा, कोटा परिक्षेत्र के द्वारा किया गया। अध्यक्षता प्राचार्य प्रोफेसर रोशन भारती ने किया । छात्र शुभम गौतम ने स्वस्तिवाचन तथा सरस्वती की प्रार्थना सस्वर पाठ के साथ किया गया। नोडल प्रभारी डॉ मनोरंजन सिंह ने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रम में युवा पीढ़ी को भारतीय ज्ञान परंपरा के श्रेष्ठतम मूल्यों को जीवंत रूप में स्वीकार करते हुए अपने स्वत्त्व वोध को विकसित करने के लिए लागू किया गया है। मुख्य अतिथि प्रोफेसर गीताराम शर्मा ने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा सतत् ज्ञान का का प्रवाह है। ऋषियों ने ज्ञान परंपरा को साक्षात अनुभव किया । हमारे लिए ज्ञान सीखने से बहुत आगे जीने की पद्धति के रूप में है। भारतीय ज्ञान परंपरा सीधे सीधे मूल्य परंपरा है यहां ज्ञान की प्रमाणिक परंपरा है। ज्ञान का स्वरूप सरिता जैसा होता है। एक केंद्र से शुरू होकर अनंत में विस्तृत हो जाना ही भारतीय जीवन पद्धति व ज्ञान पद्धति का अक्षय कोष है जिसे स्वीकार करते हुए ही आज की पीढ़ी आगे बढ़ सकती है और इसी रास्ते भारत विकसित भारत के रूप में दुनिया के सामने नेतृत्व करेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रोफेसर रोशन भारती ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि आज का दिन पराक्रम दिवस के रूप में याद किया जाता है । भारतीय ज्ञान परंपरा को हम तभी समझ सकते हैं जब हम सब अपने मूल को सही ढ़ंग से देखना शुरू करेंगे । हमारे यहां संगीत, नाद और ध्वनि से जीवन के मूल स्रोत को समझने की कोशिश की गयी है । भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र के द्वारा भारत की विविध ज्ञान प्रणाली और ज्ञान परंपराओं पर इस केंद्र द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया जाना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन करते हुए विवेक मिश्र ने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा हमारे मूल्य संसार की वह विरासत है जो हमें मूल तत्व से जोड़ती है और हर तरह के दिखावे से दूर रहते हुए ज्ञान साधना से जोड़ने का काम करती है जिसकी आज और हर कालखंड में सबसे ज्यादा जरूरत है । कार्यक्रम में प्रोफेसर दीपा चतुर्वेदी, जी .आर खान , आदित्य कुमार गुप्ता, अमिताभ बासु, रामावतार सागर, एच एन कोली , अंजली शर्मा , समय सिंह मीना, चंचल गर्ग, कल्पना श्रृंगी , महावीर साहू , संजय कुमार लकी, रसिला, निधि शर्मा , के.जी.महावर , अनिल पारीक, बसंत बामनिया , अकिला आजाद , संतोष मीना आदि की गरिमामय उपस्थिति रही।