
-किशोर सागर तालाब की पाल से कलेक्ट्री तक निकली रैली सभा में बदली
-डोटासरा, गुंजल व धीरज गुर्जर ने बोला केंद्र राज्य सरकार पर जमकर हमला
कोटा: जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित जन आक्रोश रैली में हजारों हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतरे। रैली किशोर सागर तालाब की पाल से प्रारंभ हुई तो रैली का एक सिर नयापुरा चमन होटल के सामने था तो दूसरा सिरा तालाब की पाल पर था लोग हाथों में तख्तियां लिए हुए थे “वोट चोर गद्दी छोड़” “पीड़ित किसानों को पैकेज की घोषणा करो” “भ्रष्टाचार बंद करो” “अत्याचार बंद करो” “कानून व्यवस्था सुचारू करो” “स्मार्ट मीटर बंद करो” सरीखे नारो के साथ जनसैलाब आगे बढ़ रहा था। उत्साह व जुनून सड़कों पर देखते ही बनता था।
प्रहलाद गुंजल ने कहा कि आज कोटा की सड़कों पर जो जनसैलाब उमड़ा है, वह इस बात का संकेत दे रहा है कि केंद्र व राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ डोटासरा जी की अगवाई में राजस्थान की जनता का कांग्रेस में भरोसा बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं इस सैलाब को साक्षी मानकर कह रहा हूं यह सैलाब इस बात की गवाही दे रहा है कि वोट चोरी केवल दिल्ली व देश के अन्य हिस्सों मे ही नहीं, भय से, प्रलोभन से, सत्ता की ताकत से इस कोटा की धरती पर भी वोटो की चोरी ही नहीं उस पर डाका डाला गया है। गुंजल ने कहा कि हिंदुस्तान की संविधान की व्यवस्था, सारे देश की सारी व्यवस्था, आम आदमी के लिए बनी हुई व्यवस्था है। संविधान की सारी ताकत आम आदमी है। और आम आदमी को अपनी ताकत का प्रदर्शन करने का मौका वोट के रूप में मिलता है उस ताकत को भय से, प्रलोभन से छीनने का प्रयास किया जाए तो जिस दिन जनता के वोट की ताकत को छीना जाता है उस दिन संविधान की आत्मा लहूलुहान हो जाती है।
गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार पर बोला जमकर हमला
गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि यह जन सैलाब यह बता रहा है कि राजस्थान में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। उन्होंने कहा कि 2 साल में ही सरकार के खिलाफ इतना आक्रोश की लाखों की संख्या में आम आदमी और किसान सड़कों पर है, प्रदेश में हाहाकार मचा है, मुख्यमंत्री आंख मूंद कर बैठे हुए हैं। डोटासरा ने कहा कि सरकार के किसी मंत्री की औकात नहीं है कि वह मुख्यमंत्री के सामने , अफसर शाही के सामने आमजन के हित की बात कर सके। मुख्यमंत्री व विधानसभा अध्यक्ष का असक्षम बताते हुए डोटासरा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष व मुख्यमंत्री दोनों असक्षम है। विधानसभा अध्यक्ष सदन में भाजपा की भाषा बोलते हैं, अयोग्य व असक्षम व्यक्ति को विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर बिठा दिया गया है, वह विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश करते हैं, एक दलित व्यक्ति जो नेता प्रतिपक्ष है उसे बोलते नहीं देते हैं, विपक्षी विधायको पर अतिरिक्त कैमरे लगा दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार कुछ भी कर ले हम सरकार की नाक में नकल डालकर जनता के काम करवाएंगे।
डोटासरा ने कहा कि स्पीकर के खिलाफ प्रतिपक्ष बजट सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाएगा। वोट चोरी पर बोलते हुए डोटासरा ने कहा कि कोटा की जन आक्रोश रैली में मैंने देख लिया गुंजल साहब आपने बहुत दम है कोटा के लोगों में दम है। मैं विश्वास से कह रहा हूं कि यह सीट वोट चोरी से गई है। उन्होंने मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पहला चुनाव जुमलो से, झूठे वादों से लोगों को भ्रमित करके जीता, वही दूसरा चुनाव मोदी जी ने सेवा के शौर्य के पीछे छुपकर बालाकोट के नाम से जीता और तीसरा चुनाव जनता के मत से नहीं वोट चोरी से जीतने का काम किया है। अब राहुल गांधी जी खड़े हो गए हैं और कांग्रेस के लोग खड़े हो गए हैं देश के सामने वोट चोरी की हकीकत आ गई है। डोटासरा ने कानून व्यवस्था, अतिवृष्टि के मुआवजे, विपक्ष की आवाज को दबाने सहित कई मुद्दों पर केंद्र व राज्य सरकार को घेरा।
बाढ़ व अतिवृष्टि से हुए नुकसान के मुआवजे पर बोलते हुए गुंजल ने कहा कि केंद्र सरकार ने वादा किया था कि 2022 तक देश के अन्नदाता, किसान की आय दोगुनी कर देंगे वही जब दिल्ली के बॉर्डर पर किसान अपने अधिकार के लिए एक साल तक पढ़ा रहे हैं देश के किसान आत्महत्या करने को मजबूर होता रहा पर भारत के प्रधानमंत्री के पास देश के किसानों से चर्चा करने तक का समय नहीं था। उन्होंने कहा कि जिस तरह की बाढ़, अतिवृष्टि से तबाही हाडोती में हुई है गांव के गांव तबाह हो गए हैं, लोगों के पास रहने के घर नहीं बचे, फासले नष्ट हो गई हैं, हजारों मवेशी बाढ़ में बह गए हैं जिनका कोई पता नहीं है, परंतु सरकार सिर्फ बयानबाजी करने में व्यस्त हैं। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले लोकसभा स्पीकर व उनके ओएसडी बाढ़ ग्रस्तक्षेत्र का दौरा कर रहे थे तो मैं समझा था कि अब तो प्रभावित लोगों के यहां पर राहत की बाढ़ आ जाएगी, परंतु 17 दिन बाद भी ना सर्वे हुआ ना कोई राहत मिली गुंजल ने चेतावनी देते हुए कहा कि अबकी बार तो हमने अनुशासन में रहकर प्रदर्शन किया है यदि समय रहते किसानों को मुआवजा नहीं दिया गया तो सरकार और प्रशासन के सारे बैरिकेट्स तोड़ दिए जाएंगे और जब तक किसानों को और ग्रामीणों को मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
स्मार्ट मीटर पर बोलते हुए गुंजल ने कहा कि स्मार्ट मीटर जनता व किसान की जेब पर डाका है। प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने का काम रुका हुआ है तो इसलिए की एक फॉर्म से बिहार के एक अफसर को 60 करोड़ की रिश्वत लेते हुए ईडी ने पकड़ा है। इस कारण से स्मार्ट मीटर की सप्लाई बाधित हो गई और स्मार्ट मीटर लगाने का काम रुका हुआ है। भाजपा की मोदी सरकार की सारी बिजली व्यवस्था अपने दोस्तों के हाथों में देना चाहती है, निजीकरण करना चाहती हैं, और बिजली व्यवस्था को प्रीपेड व्यवस्था में बदलना चाहती हैं। गुंजल ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि बड़े गर्व से प्रधानमंत्री मोदी जी कहते हैं कि मैं देश के 80 करोड लोगों को 5 किलो अनाज मुक्त में दे रहा हूं तो मोदी जी शर्म करो जिस देश में 80 करोड लोग 5 किलो गेहूं मुफ्त में लेते हो उनसे स्मार्ट मीटर के नाम पर लूट का रास्ता बंद करो। गुंजल ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि मोदी जी शायद आप भूल रहे हैं स्मार्ट मीटरिंग के मामले में भारत के सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आया हुआ है कि बिजली आवश्यक वस्तु है, बिजली जीवन के लिए आवश्यक है, इसका व्यवसायीकरण नहीं किया जा सकता, इसका निजीकरण नहीं किया जा सकता सरकारों को बिजली के मामले में उत्तरदायित्व की भावना समझनी होगी।
जनधन खातों को लेकर मोदी पर लगाए गंभीर आरोप
प्रहलाद गुंजल ने केंद्र की मोदी सरकार पर जनधन खातों को लेकर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि देश में जनधन खाता खोले गए उनकी स्थिति क्या है 80% से ज्यादा खाता बंद हैं और जो खाते चल रहे हैं उसमें बीजेपी के संरक्षण में अवैध धंधे करने वाले लोगों द्वारा गरीब आदमी के खाते किराए से लेकर अवैध धंधे किए जा रहे हैं । जब गरीबों के पास इनकम टैक्स के नोटिस आते हैं तो उन्हें पता चलता है कि उसकी खाते में करोड़ों रुपए कहां से आ रहे हैं। भाजपा के संरक्षण मे अवैध धंधे करने वाले लोग गरीबों को फसाने मे लगे हैं।
राजस्थान की पर्ची सरकार सोई हुई है: धीरज गुर्जर
एआईसीसी सचिव धीरज गुर्जर ने कहा कि आज हाडोती के कोटा से राजस्थान कि भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लेकर जो सैलाब प्रहलाद गुंजल उमड़ा है, उसने यह दिखा दिया है कि राजस्थान में पर्ची सरकार की वापसी की शुरुआत हो गई है।
धीरज गुर्जर ने शायरी भरे अंदाज में सरकार पर तंज करते हुए कहा कि “यह कैसे मंज़र सामने आने लगे हैं नाचते गाते लोग चिल्लाने लगे हैं,बदल दो इस ठहरे हुए पानी को अब तो कमल के फूल मुरझाने लगे हैं” उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने नरेंद्र मोदी पर विश्वास करके एक गलती कि की हमारे राजस्थान के लोगों को न्याय मिलेगा पर पर्ची से एक ऐसा मुख्यमंत्री राजस्थान को दिया जिसे यह नहीं पता कि सरकार वह चला रहा है या दिल्ली या फिर अफसरशाही चल रही है। प्रदेश की जनता लाचार है, किसान, जवान, बेरोजगार दुखी है, प्रशासन जनता पर अत्याचार कर रहा है। उसी के खिलाफ आज प्रहलाद गुंजल जी ने हुंकार भरी है। आक्रोश की जो चिंगारी कोटा से उठी है वह पूरे राजस्थान में ज्वालामुखी बनकर फूटेगी और इस पर्ची सरकार को हटाकर रहेगी। धीरज गुर्जर ने कहा कि किसान, कारीगर, कमजोर और कांग्रेस की राशि एक है। वही भय भूख, भ्रष्टाचार व भाजपा की राशि एक है। तो हमें संकल्प लेना होगा कि भय, भूख, भ्रष्टाचार व भाजपा की भगाकर पुनः राजस्थान में कांग्रेस को लायेगे।
संचालन रविंद्र त्यागी ने किया इस दौरान फतेहपुर विधायक हाकिम अली खां, पूर्व विधायक राम नारायण मीणा, पूनम गोयल, देशराज मीणा, मीनाक्षी चंद्रावत, जिला अध्यक्ष रविंद्र त्यागी,भानु प्रताप सिंह, अमीन पठान, शिवराज गुंजल, महिला कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राखी गौतम, नईमुद्दीन गुड्डू, अनूप ठाकुर और सहित कई नेता मंच पर मौजूद रहे.।