
-देवेंद्र यादव-

कांग्रेस में राहुल गांधी युग की शुरुआत की झलक एक बार फिर से पार्टी के प्रधान कार्यालय इंदिरा गांधी भवन में, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की जन्म जयंती के अवसर पर देखने को मिली। कांग्रेस के प्रधान कार्यालय में डॉ मनमोहन सिंह रिसर्च सेंटर और लाइब्रेरी का उद्घाटन 26 सितंबर शुक्रवार के दिन किया गया। डॉ मनमोहन सिंह की धर्मपत्नी, कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने दीप प्रज्वलित डॉ मनमोहन सिंह रिसर्च सेंटर एंड लाइब्रेरी का उद्घाटन किया।
इसे राहुल गांधी का युग इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के नेता अक्सर आरोप लगाते हैं कि कांग्रेस गांधी परिवार के भीतर सिमट कर रह गई है। कांग्रेस के नेताओं को केवल गांधी परिवार का नाम ही नजर आता है। ऐसे में कांग्रेस के प्रधान कार्यालय में डॉक्टर मनमोहन सिंह के नाम पर रिसर्च सेंटर एंड लाइब्रेरी का खुलना कांग्रेस के विरोधियों के मुंह पर ताला लगाने जैसा सिद्ध होगा। डॉक्टर मनमोहन सिंह का समय कांग्रेस के लिए एक स्वर्णिम युग था। मगर कांग्रेस भी डॉक्टर मनमोहन सिंह के स्वर्णिम युग को ज्यादा समय तक नहीं संभाल सकी। कांग्रेस ने 2014 में अपनी सत्ता को गंवा दी। इसके बाद से कांग्रेस आज तक भी केंद्र की सत्ता में वापसी नहीं कर पाई। शायद इसका एहसास राहुल गांधी को है। यह अहसास राहुल गांधी को इसलिए है क्योंकि वह कांग्रेस के भीतर वह अकेले नेता थे जो 2014 के बाद लगातार भारतीय जनता पार्टी की सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों के विरोध में संसद से लेकर सड़क तक संघर्ष कर रहे हैं। जब देश में बेरोजगारी, महंगाई जैसी अनेक समस्याएं जनता के बीच हो और ऐसे में देश के महान अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की याद में कांग्रेस ने अपने प्रधान कार्यालय में डॉ मनमोहन सिंह रिसर्च सेंटर एंड लाइब्रेरी स्थापना की है यह देश के लिए आने वाले दिनों में बड़ी धरोहर साबित होगी।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)