
-जांच के लिए एनडीए प्रतिनिधिमंडल का गठन
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने सोमवार 29 सितंबर को घोषणा की कि राजनीतिक दलों और अन्य संगठनों द्वारा आयोजित सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए नियम और दिशानिर्देश बनाए जाएँगे। स्टालिन ने करूर में अभिनेता-राजनेता विजय की रैली में हुई भगदड़ के मद्देनजर यह घोषणा की है। भगदड में 41 लोगों की मौत हुई थी। उन्होंने कहा कि जस्टिस अरूणा जगदीशन आयोग की इस मामले में जांच रिपोर्ट मिलने के बाद सभी राजनीतिक दलों तथा संगठनों से बातचीत कर नियम और दिशानिर्देश तय किए जाएंगे।
उधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रमुख जे.पी. नड्डा ने सोमवार को कहा कि तमिलनाडु के करूर में विजय की रैली के दौरान हुई भगदड़ की जांच और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए एक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) प्रतिनिधिमंडल का गठन किया है। भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा द्वारा गठित प्रतिनिधिमंडल उन परिस्थितियों की जांच करेगा जिनके कारण यह घटना हुई। प्रतिनिधिमंडल प्रभावित परिवारों से मुलाकात करेगा और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन ने शनिवार को करूर में अभिनेता-राजनेता विजय की रैली का ज़िक्र किए बिना या उस पर दोष मढ़े बिना कहा, “जब राजनीतिक दल और सार्वजनिक संगठन इस तरह के आयोजन करते हैं, तो हम सभी का यह कर्तव्य है कि हम भविष्य में ज़िम्मेदारी से काम करने के नियम बनाएँ।” स्टालिन ने कहा, “मैं सभी से राजनीतिक मतभेदों, व्यक्तिगत संघर्षों और दुश्मनी को दरकिनार कर केवल लोगों के कल्याण पर ध्यान केंद्रित करने की अपील करता हूँ।”
उन्होंने वीडियो संदेश में यह भी बताया कि सोशल मीडिया पर अफ़वाहें और झूठी खबरें फैल रही हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि मृतकों की राजनीतिक संबद्धता चाहे जो भी हो, उनके विचार में वे सभी ‘हमारे तमिल भाई’ थे। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार जाँच आयोग के निष्कर्षों के आधार पर सभी आवश्यक कार्रवाई करेगी, जिसका उद्देश्य त्रासदी के वास्तविक और पूर्ण कारण का पता लगाना है।