
-सावन कुमार टॉक-
कोटा। गौवंश में फैल रहे लंपी संक्रमण को रोकने के लिए राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड ने भी राज्य के अजमेर, अलवर, भीलवाडा, चित्तौड़गढ़, जयपुर, कोटा, सीकर एवं उदयपुर के प्रबन्ध संचालकों को पत्र लिखकर 25 लाख गोट पॉक्स वैक्सीन खरीद करने के निर्देश दिए हैं। लेकिन लंपी संक्रमण जिस गति से फैल रहा है उसको देखते हुए वैक्सीन की यह खरीद कम पड़ती नजर आ रही है।

कोटा व बून्दी में अब तक पशुपालन विभाग को 80-80 हजार डोज उपलब्ध करवाई गई है। बारां व झालावाड़ के लिए भी कोटा से ही गोट पॉक्स वैक्सीन पशुपालन विभाग के निर्देश अनुसार भेजी गई है। बंूदी में तो गौवंश की मौत का आंकडा अधिक होने से अधिक गोट पॉक्स वैक्सीन की मांग ओर की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड ने 7 सितम्बर 2022 को एक पत्र संयुक्त रूप से जिला दुग्ध उत्पादक संघों को जारी कर 25 लाख गौवंशों के लिए टीका की खरीद सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। प्रदेश में फैल रही लंपी स्किन डिजिज की रोकथाम के लिए आरसीडीएफ से सम्बद्ध जिला दुग्ध संघों के स्तर से आवश्यकतानुसार गोट पॉक्स वैक्सीन क्रय कर जिले में सुरक्षित भण्डारण एवं जिला संयुक्त निदेशक, पशुपालन विभाग के दिशा-निर्देशों की पालना में इसका उपयोग करने के लिए निर्देशित किया था।
कहां कितनी की गई खरीद
जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड अजमेर को 5 लाख, अलवर को 2 लाख, भीलवाडा 5 लाख, चित्तौड़गढ़ को 2 लाख, जयपुर को 5 लाख, कोटा को 2 लाख, सीकर को 2 लाख एवं उदयपुर को 2 लाख टीका की खरीद करने के निर्देश जारी किए थे।
किशोरपुरा कायन हाउस को दिया क्वारेन्टाइन हाउस का रूप

पशुपालन विभाग के पत्र पर नगर निगम ने संक्रमित गौवंश को रखने के लिए किशोरपुरा कायन हाउस को क्वारेंटाइन हाउस बनाया है। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक चंपालाल मीणा के अनुसार यहां अधिक से अधिक 50 गोवंश को रखने की क्षमता है। वर्तमान में 23 गौवंश यहां क्वारेंटाइन हैं। संयुक्त निदेशक चंपालाल मीणा ने ग्रामीण क्षेत्र में गौवंश को क्वारेंटाइन करने के लिए सीओ जिला परिषद व ग्रामीण क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से वार्ता करने की बात कही है।
60 हजार गौवंशों का टीकाकरण
पशुपालन विभाग के अनुसार कोटा में पहला केस 24 अगस्त को बोरावास में मिला था। उसके बाद नयागांव, चन्द्रसल, इटावा, पीपल्दा गेंता, रामगंजमंडी के गांवों में संक्रमण अधिक नजर आया तो टीकाकरण शुरू हुआ। 60 हजार गौवंशों का टीकाकरण किया जा चुका है। कोटा में अब तक करीब 265 गौवंश संक्रमित पाए गए हैं जिनमें से 134 रिकवर भी हो चुके हैं। दो गौवंश की मौत हुई है। कोटा में 2 लाख के करीब गौवंश हैं। जिनका भी टीकाकरण करवाया जाएगा। उनका कहना था कि सड़कों पर घूमते गौवंश का टीकाकरण निगम के सहयोग के बगैर संभव नहीं है। टीका लगाने के दौरान गोवंश बिदक जाए तो वाहन चालकों को भी भारी पड़ सकते हैं।
जागरूकता के लिए पम्पलेट वितरण
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में जागरूकता के लिए विभाग पम्पलेट वितरित कर रहा है। साथ ही पशुओं के बाड़े में साफ-सफाई रखने व स्थानीय स्तर पर भी संक्रमण होने के प्रथम स्तर पर हो पशु चिकित्सक को अवगत करवाने को कहा जा रहा है।