
– इतिहास में सर्वाधिक 16 लाख 35 हज़ार से अधिक आवेदन
– 28 फरवरी तक होंगे करेक्शन
कोटा. देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन में इस वर्ष 16 लाख 35 हार हज़ार से अधिक स्टूडेंट्स ने आवेदन किया हैं, जो कि जेईई-मेन के इतिहास में सर्वाधिक आवेदन है। उल्लेखनीय है कि जेईई-मेन जनवरी के लिए पहले 13 लाख 78 हजार स्टूडेंट्स ने आवेदन किया था एवं 2 लाख 60 हजार से अधिक नए यूनीक कैंडिडेट ने केवल अप्रैल परीक्षा के लिए आवेदन किया है। ऐसे में अप्रैल परीक्षा में बैठने वाले स्टूडेंट्स की संख्या लगभग 12 लाख से अधिक होगी।
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि स्टूडेंट्स के हित को देखते हुए एनटीए द्वारा स्टूडेंट्स को करेक्शन का अंतिम विकल्प दिया गया है। स्टूडेंट्स करेक्शन के दौरान कोर्स, पेपर के मिडियम, स्टेट कोड ऑफ इलेजिब्लिटी, परीक्षा शहर, दसवीं व 12वीं की क्वालीफिकेशन डिटेल, जेंडर, कैटेगरी में बदलाव कर सकते हैं। करेक्शन का अवसर 28 फरवरी तक है । एनटीए के इस करेक्शन विकल्प से देश के उन लाखों स्टूडेंट्स को राहत मिली है , जिन्होंने जनवरी जेईई-मेन के दौरान कैटेगरी सर्टिफिकेट उपलब्ध नहीं होने के कारण ओपन कैटेगरी से आवेदन कर दिया था और अब कैटेगरी सर्टिफिकेट उपलब्ध होने पर कैटेगरी बदलना चाहते हैं। साथ ही बड़ी संख्या में ऐसे स्टूडेंट्स भी हैं, जिन्होंने पूर्व में ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस कैटेगरी से आवेदन कर दिया और अब केटेगरी सर्टिफिकेट 1 अप्रैल 2025 के बाद का नहीं होने पर ओपन कैटेगरी से आवेदन करना चाहते हैं।
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करेक्शन से पूर्व रखे ध्यान
अमित आहूजा ने स्टूडेंट्स को सलाह दी है कि करेक्शन का स्टूडेंट्स के पास केवल यह अंतिम अवसर है इसके बाद उन्हें किसी भी तरह से करेक्शन का मौका नहीं मिलेगा ऐसे में देश के इन लाखों विद्यार्थियों को आवेदन के दौरान भरी गई फाइनल कैटेगरी के आधार पर ही जेईई-एडवांस्ड परीक्षा की योग्यता एवं आईआईटी, एनआईटी में आगे की काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेना होगा। इसलिए स्टूडेंट्स को कैटेगरी बदलने से पूर्व पूर्णतः सोच-विचार कर ही कोई करेक्शन करना चाहिए ताकि बाद में वे काउंसलिंग के दौरान किसी परेशानी में ना फसे और साथ ही उनकी केटेगरी के आधार पर आवंटित सीट निरस्त ना हो।