
-आईआईटी में एडमिशन
– टॉप 1000 रैंकर्स में 45 फीसदी ने बॉम्बे दिल्ली को चुना, 24 प्रतिशत की कानपुर, व मद्रास रही प्राथमिकता
आईआईटी मद्रास द्वारा जेईई एडवांस्ड की जारी गई रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष आईआईटी में 17695 स्टूडेंट्स को प्रवेश दिया, जिनमे 14,200 लड़के जेंडर न्यूट्रल पूल कोटे से एवं 3495 लड़कियां फीमेल सुपर न्यूमेरेरी पूल से शामिल है। इस वर्ष टॉप 1000 रैंकर्स के जारी किए गए डाटा के अनुसार टॉप 1000 रैंक्स में 45 फीसदी स्टूडेंट्स ने केवल दो टॉप आईआईटी बॉम्बे एवं दिल्ली में प्रवेश लिया।
———-
क्या कहते है आंकड़े ?
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के एजुकेशन एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि आईआईटी मद्रास द्वारा जारी की गयी रिपोर्ट में कई बड़े खुलासे हुए हैं। इस वर्ष टॉप 50 रैंक वाले स्टूडेंट्स में से 47 स्टूडेंट्स ने आईआईटी बॉम्बे, 2 स्टुडंट ने आईआईटी दिल्ली में प्रवेश लिया। साथ ही टॉप 100 रैंकर्स में 72 स्टुएंट्स ने आईआईटी बॉम्बे, केवल 2 स्टूडेंट ने मद्रास में प्रवेश लिया। इसी तरह टॉप 200 रैंकर्स में से 100 स्टूडेंट ने बॉम्बे, 50 स्टूडेंट ने दिल्ली , 30 ने मद्रास , 16 स्टूडेंट में कानपूर में प्रवेश लिया। इसके अतिरिक्त टॉप 500 रैंक तक के स्टूडेंट्स में 179 स्टूडेंट्स ने बॉम्बे , 109 स्टूडेंट ने दिल्ली , 69 ने मद्रास, 42 स्टूडेंट्स ने कानपूर , 45 स्टूडेंट्स ने खड़गपुर , 33 स्टूडेंट्स ने आईआईटी रूड़की , 7 स्टूडेंट्स ने गुवाहाटी, 3 स्टूडेंट्स ने हैदराबाद को एडमिशन के लिये चुना।
———-
45 फीसदी ने बॉम्बे दिल्ली को चुना
जारी आकड़ो के अनुसार टॉप 1000 रैंकर्स में 45 फीसदी स्टूडेंट्स ने केवल दो टॉप आईआईटी बॉम्बे एवं दिल्ली में एडमिशन लिया एवं 24 प्रतिसहत स्टूडेंट्स ने कानपूर,मद्रास को प्राथमिकता दी। टॉप 1000 रैंकर्स में से 246 स्टूडेंट्स ने आईआईटी बॉम्बे, 204 स्टूडेंट ने आईआईटी दिल्ली , 128 ने मद्रास , 117 स्टूडेंट में कानपूर, 82 स्टूडेंट्स ने खड़गपुर , 69 स्टूडेंट्स ने गुवाहाटी,, 55 स्टूडेंट्स ने आईआईटी रूड़की , 41 स्टूडेंट्स ने हैदराबाद,, 23 ने बीएचयू , 5 स्टूडेंट ने आईआईटी इंदौर, मात्र गांधीनगर में 1 स्टूडेंट ने एडमिशन लिया। ऐसे में टॉप 1000 रैंकर्स में सबसे ज्यादा प्रवेश पुराने टॉप आईआईटीज में लिया एवं नए आईआईटी में प्रवेश में रूचि नहीं दिखाई। केवल नए आईआईटी में हैदराबाद आईआईटी को अच्छी प्राथमिकता देते दिखाई दिये ।
———-
क्यों टॉपर्स चुनते है पुरानी आईआईटी
एक्सपर्ट आहूजा के अनुसार टॉपर्स केवल टॉप-7 आईआईटी को ही ज्यादा प्राथमिकता देते है इसका प्रमुख कारण पुराने 7 आईआईटी में प्रतिस्पर्धात्मक माहौल अधिक मिलता है, जिसके कारण विद्यार्थी अपना सर्वांगीण विकास कर पाते हैं। इन आईआईटी में जॉब प्लेसमेंट के लिए कंपनियां भी अन्य आईआईटी के मुकाबले में ज्यादा संख्या में आती है जो हर फील्ड के बच्चों को प्लेसमेंट के लिए मौका देती है साथ ही वर्ल्ड की टॉप एमएनसी इन आईआईटी में करोड़ो तक के पैकेज स्टूडेंट्स को ऑफर करती है। इसके अतिरिक्त इन आईआईटी से विदेश में एमएस करने के लिए भी असीम सम्भावनाये उपलब्ध रहती है क्योकि यहाँ के प्रोफेसर्स का रिकमंडेशन विदेश में पढ़ाई में बहुत महत्वपूर्ण होता है साथ ही पुराने आईआईटी में स्टार्टटप की सम्भावनाये ज्यादा है जिसके लिए फण्ड भी आसानी से मिल जाता है। इसके अतिरिक्त टॉपर्स के आलावा भी अन्य स्टूडेंट्स की प्राथमिकता पुराने टॉप आईआईटी ही रहते है भले उन्हें इन आईआईटी में
लोअर ब्रांच ही क्यों ना मिले। वे स्टूडेंट्स भी नयी आईआईटी की बजाय पुराने आईआईटी में जाना पसन्द करते है।