
-भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र की ओर से राजकीय कला महाविद्यालय में प्रतियोगिता का आयोजन
कोटा। राजकीय कला महाविद्यालय कोटा के भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र के तत्त्वावधान में गुरूवार को राजमाता अहिल्याबाई होलकर के वित्तीय प्रबंधन विषय पर वाद विवाद प्रतियोगिता, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता एवं निबंध प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। जिनमें बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. निधि शर्मा ने की। मंचासीन अतिथियों में प्रो. विवेक शंकर, प्रो. संजय लकी, प्रो. विवेक कुमार मिश्र, प्रो. अंजली शर्मा, डॉ. मनोरंजन सिंह आदि के अलावा महाविद्यालय के वरिष्ठ सदस्य प्रो. संदीप सिंह चौहान, प्रो. रामावतार मेघवाल, प्रो. अमिताभ बासु, प्रो. सीमा गुप्ता सहित बड़ी संख्या में संकाय सदस्यों की सक्रिय भागीदारी रही। वाद-विवाद प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों में प्रथम स्थान कुमारी प्रणति शर्मा द्वारा प्राप्त किया। द्वितीय स्थान आयुष्मान सिंह और तृतीय स्थान साक्षी सिंह के द्वारा प्राप्त किया गया। विजेता प्रतिभागियों को मंचासीन अतिथियों के द्वारा पेन वितरित करके सम्मानित किया गया।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो. निधि शर्मा ने कहा कि राजमाता अहिल्याबाई होलकर ने एक मां की भांति अपनी प्रजा का पालन पोषण किया, उनके उत्थान में सहयोग प्रदान किया और एक भारतीय ग्रहणी की भांति वित्तीय प्रबंधन किया। उन्होंने महिलाओं के उत्थान के लिए निरंतर कार्य किया, विभिन्न मंदिरों, पाठशालाओं घाटों, तीर्थों के जीर्णोद्धार में अभूतपूर्व योगदान दिया। साथ ही तत्कालीन समाज में प्रचलित सामाजिक कुरीतियों रूढ़ियों को दूर करने का भरसक प्रयास किया। इस अवसर पर प्रो. संजय लकी ने अपने उद्बोधन में भारतीय ज्ञान परंपरा और भारतीय संस्कृति के प्राक्तन इतिहास और गुरुकुल पद्धति पर प्रकाश डाला। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का संचालन समिति सदस्य डॉ. चंचल गर्ग द्वारा किया गया कार्यक्रम का संचालन समिति सदस्य डॉ. समय सिंह मीना द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में प्रो. अंजली शर्मा द्वारा सभी को औपचारिक रूप से धन्यवाद ज्ञापित किया गया।