
– रमाकांत शर्मा-
(महामंत्री, कोटा डेवलपमेंट फोरम)
कोटा। कोटा दक्षिण नगर निगम के आयुक्त राजपाल सिंह ने कहा कि स्मार्ट सिटी में सरकारी एजेंसियों के साथ नागरिकों के दायित्व भी समाहित है। उन पर भी जागरूक लोगों को ध्यान देना होगा। यूं तो जन्म से लेकर मृत्यु तक के सभी काम नगर निकायों के जिम्मे हैं। निकाय अपना काम बेहतर तरीके से कर भी रही हैं। जन शिकायतों के निस्तारण के लिए भी सिस्टम काम कर रहे है।
नियमों को सरल बनाया
आयुक्त राजपाल गत दिवस कोटा डेवलपमेंट फोरम द्वारा आयोजित संगोष्ठि में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने लोगों के सवालों का जवाब देते हुए बताया कि प्रशासन शहरों के संग अभियान में पुश्तेनी मकानों के पट्टे देने के नियमों को सरल बनाया है। भवन निर्माण की स्वीकृतियों को भी आसन बनाया है। उन्होंने क्रेडिट कार्ड योजना और इंदिरा गांधी शहरी गारंटी योजना,जॉब कार्ड ,प्रोपर्टी लिक्वििडिटी आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एक सवाल पर उन्होंने बता शहर में पेड़ों की छंटाई को लेकर शिकयतों पर गार्डन अघीक्षक को बता दिया है कि पेड़ों को किसी प्रकार का नुकसान न किया जाए। पार्कों की देखरेख के लिए 259 रू. प्रतिदिन पर व्यक्तियों को चौकीदार व गार्डनर के रूप में लगाने का प्रावधान है। बल्लभबाड़ी के लाडली पार्क में नरेगा श्रमिकों के माध्यम से काम कराने की बात बताई।
एक सवाल पर उन्होंने बताया कि चम्बल में गिरने वाले गंदे नालों को रोकने के लिए नगर विकास न्यास अलग से काम करेगा ऐसी जानकारी मिली है।
बंदरों,कुत्तों की नसबंदियां
आयुक्त ने बताया कि आवारा जानवरों की समस्या है लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की पालना के अनुसार बंदरों,कुत्तों की नसबंदियां की जाती है। गत दिनों 1140 कुत्तों की नसंबंदियां की गई। उन्होंने व्यर्थ बिजली जली रहने तथा,मनरेगा आदि संबंधी सवालों के जवाब भी दिए। प्रारम्भ में कोटा डेवलमेंट फोरम के अध्यक्ष शिवराज कुमार, संस्थापक अध्यक्ष डॉ टीसी मेहता ने स्वागत भाषण दिया। संचालन पूर्व अध्यक्ष यज्ञदत्त हाड़ा ने किया। महामंत्री रमाकांत शर्मा ने बताया कि संगोष्टि में संरक्षक कृष्णा टूटेजा,राम मदनानी,रिटायर्ड कर्नल आरएम जैन, डॉ गोपाल धाकड़,एडवोकेट भुवनेश शर्मा,पर्यावरणविद् बृजेश विजयवर्गीय,जीवन लाल,डॉ कृष्णेंद्र सिंह,हिमानी सतवानी आदि ने सुझाव दिए।