
कोटा. राजस्थान सेवानिवृत पुलिस कल्याण संस्थान, जिला शाखा, कोटा की मासिक बैठक का आयोजन नंदलाल पवन, सेवानिवृत्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में हुआ । बैठक में अगस्त, 2025 के द्वितीय अथवा तृतीय सप्ताह में स्नेह मिलन कार्यक्रम आयोजित करने, विभिन्न स्थान पर संचालित निजी बस के स्टाफ द्वारा पेंशनर्स से अधिक किराया वसूले जाने एवं दुर्व्यवहार संबंधी शिकायत का निराकरण, कम्यूटेड पेंशन की समय सीमा निर्धारित किए जाने हेतु राज्य सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति के समक्ष संगठन की ओर से भी पक्ष रखने, संगठन के सुदृढ़ीकरण एवं एकता के संबंध में एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने तथा सदस्यता विस्तार पर विस्तृत चर्चा की गई। संगठन के पदाधिकारियो ने कोटा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राजेंद्र प्रसाद गोयल एवं पुलिस अधीक्षक के जिला कोटा शहर तेजस्विनी गौतम का भी पुष्प गुच्छ एवं स्मारिका भेंट कर स्वागत किया और उनसे पेंशनर्स के हित में भावी योजनाओं पर चर्चा की। इन पुलिस अधिकारियों द्वारा संगठन की सकारात्मक भूमिका की सराहना करते हुए समय-समय पर नियमानुसार सहयोग हेतु आश्वस्त किया । अजय भार्गव, पूर्व पुलिस उप अधीक्षक, राजेन्द्र सिंह एवं सूरज भान सिंह द्वारा भी सुझाव प्रस्तुत किए गए। इस माह में अधिवार्षिकी आयु पूर्ण कर राज्य सेवा से निवृत होने वाले चतुर्भुज, कांस्टेबल, रामदयाल, चंद्र सिंह तथा महेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल का भी माल्यार्पण एवं श्रीफल भेंट कर सम्मान किया गया। बैठक के अंत में राजेंद्र सिंह गोगावत, पूर्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की धर्मपत्नी, अजय पाल सिंह, पूर्व हेड कांस्टेबल के पुत्र तथा झालावाड़ जिले के पिपलोदी गांव के जर्जर विद्यालय भवन के ध्वस्त होने से 07 अध्ययनरत विद्यार्थियों की असामयिक मृत्यु होने पर उनके सम्मान में दो मिनिट का मौन धारण कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। बैठक में गोविंद सिंह बारहठ एवं नरेंद्र कासट, पूर्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, जगदीश प्रसाद मीणा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, कार्यकारिणी सदस्य मुमताज, नंद किशोर वर्मा, सत्य पाल सिंह नाथावत, जलालुद्दीन, बजरंग सिंह हाड़ा, लटूर लाल गुर्जर, राम दयाल नागर, प्रचार मंत्री, देवी राम दिलावर एवं प्रेमचंद गौड़, संगठन मंत्री, अतहर खान, सलाहकार आदि भी उपस्थित रहे। संगठन के जिलाध्यक्ष तेजराज सिंह ने बैठक में उपस्थित होने वाले सभी सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया एवं हर परिस्थिति में संगठन की एकता बनाए रखने पर बल दिया।

















