
-राज्यपाल के बयान पर टी आर बालू के बिगडे बोल
-विष्णुदेव मंडल-

(स्वतंत्र पत्रकार चेन्नई)
चेन्नई। तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवी और डीएमके के बीच विवाद जारी है। पिछले दिनों राज्यपाल ने एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा था कि तमिलनाडु देश की आत्मा है यहाँ की सभ्यता और संस्कृति राष्ट्रीय पहचान है, लेकिन कुछ नकारात्मक सोच के लोग यहाँ भ्रम और भय फैला रहे हैं जो स्वस्थ लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।
राज्यपाल के इस बयान ने डीएमके नेताओं में खलबली मचा दी है। डीएमके नेता और लोकसभा के सदस्य टी आर बालू ने राज्यपाल पर गलत बयानबाजी का आरोप लगाते हुए इस तरह के बयानबाजी के लिए संविधानिक पद छोड़ कर बीजेपी मुख्यालय कमलायम जाने की नसीहत दी है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्यपाल संवैधानिक पद की गरिमा का निर्वहन नहीं कर रहे। वह लगातार सनातन धर्म और आर्य सभ्यता का प्रचार कर रहे हैं। तिरुक्कुरल और औपनिवेशिक काल का जिक्र करते हैं, जो खतरनाक और बकवास है। उन्हें संविधानिक पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। बेहतर यही होता कि वह अपने पद से त्याग कर राजनीति ज्वाइन कर लें।
यहां उल्लेखनीय है की राज्यपाल आर एन रवि के खिलाफ मद्रास उच्च न्यायालय में राज्यपाल रहते हुए लाभ के पद धारण करने के खिलाफ याचिका दायर की गई थी, जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया है। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश टी राजा और न्यायमूर्ति डी भरत चक्रवर्ती के पीठ ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 361 के तहत राज्यपाल को प्राप्त प्रतिरक्षा के मद्देनजर राज्यपाल के खिलाफ रिट याचिका नहीं दायर की जा सकती। गौरतलब है कि 15 दिसम्बर 2022 को मद्रास उच्च न्यायालय में यह याचिका लगाए गयी थी।
इससे पहले तमिलनाडु के सत्ताधारी दल राज्यपाल आर एन रवि के खिलाफ राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को भी ज्ञापन सौंप चुके हैं। बहरहाल तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके और राज्यपाल के बीच विवाद जारी है।
एक शाम गीत माधुरी के नाम, गीत गजल और काव्य गोष्ठी का आयोजन
नूतन वर्ष के उपलक्ष पर अरुंबकम् स्थित डीजे वैश्णव कॉलेज सभागार में आगामी 8 जनवरी रविवार को संध्या 6 बजे से अनुभूति और राजस्थान पत्रिका के तत्वावधान में एक शाम गीत माधुरी के नाम का आयोजन किया जाएगा। अनुभूति के अध्यक्ष रमेश गुप्त नीरद ने बताया कि मुंबई के युवा गीतकार चंदन राय गीतों के स्वर लहरी पेश करेंगे ,वहीं चेन्नई के साहित्यकार गीतकार ईश्वर करुण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे।
इस आयोजन को मुकम्मल बनाने के प्रयास में अनुभूति के महासचिव शोभा चौरडिया, अशोक मूंदडा, डीजे वैष्णव कालेज प्राचार्य एस संतोष बाबू एवं राजस्थान पत्रिका के स्थानीय संपादक प्रभारी डॉ पीएस विजयराघवन तैयारियों में जुटे हुए हैं।

















