
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विझिनजाम इंटरनेशनल डीपवाटर सीपोर्ट का उद्घाटन करते समय कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि दो प्रमुख इंडिया ब्लॉक नेताओं – केरल के सीएम पिनाराई विजयन और कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने उनके साथ हाई-प्रोफाइल मंच साझा किया।
-देवेंद्र यादव-

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केरल दौरे, से ठीक 2 दिन पहले 30 अप्रैल को देश में मोदी सरकार ने जातिगत जनगणना कराए जाने की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाति जनगणना की घोषणा के तुरंत बाद केरल गए जहां उन्होंने विझिनजाम इंटरनेशनल डीपवाटर सीपोर्ट का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन अवसर पर व्यंग्यात्मक अंदाज में कहा कि आज इस इवेंट को देखकर कई लोगों की नींद हराम हो जाएगी। केरल में इंडिया घटक दल की सरकार है और सी पोर्ट के उद्घाटन के समय केरल के मुख्यमंत्री विजयन और केरल के तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी मौजूद थे। दोनों नेताओं से मुखातिब होते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस इवेंट को देखकर आज कई लोगों की नींद हराम हो जाएगी। केरल कांग्रेस की नजर से महत्वपूर्ण राज्य है क्योंकि 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी पहली बार केरल के वायानाड लोकसभा सीट से चुनाव जीते थे। 2024 में भी राहुल गांधी ने लगातार दूसरी बार भी इसी लोक सभा सीट से चुनाव जीता था, क्योंकि राहुल गांधी रायबरेली और वायनाड से चुनाव लड़े थे और दोनों लोकसभा सीट राहुल गांधी ने जीती थी। बाद में राहुल गांधी ने वायनाड सीट को छोड़ा और उस सीट पर लोकसभा का उपचुनाव हुआ जहां से प्रियंका गांधी चुनाव जीती। केरल कांग्रेस के लिए राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है इसलिए भी क्योंकि राहुल गांधी केरल से दो बार सांसद रहे और अब राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी केरल से सांसद हैं।
जाति जनगणना की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का केरल जाना, पोर्ट के उद्घाटन समारोह में केरल के मुख्यमंत्री विजयन और कांग्रेस सांसद शशि थरूर की उपस्थिति ने राजनीतिक गलियारों में सवाल खड़ा कर दिया। क्या शशि थरूर कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होंगे यह अटकलें पहले भी सुनाई दी थी, मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शशि थरूर के द्वारा हवाई अड्डे पर अगवानी करना और अदानी पोर्ट के उद्घाटन समारोह में शामिल होना एक बार फिर से राजनीतिक गलियारों में राजनीतिक हवा बन गई। क्या शशि थरूर भाजपा में शामिल होंगे या फिर विधानसभा चुनाव से पहले शशि थरूर कांग्रेस छोड़कर केरल में अपना अलग दल बनाकर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। क्या भाजपा के रणनीतिकार केरल में इस मिशन पर काम कर रहे हैं की शशि थरूर भाजपा में शामिल नहीं हो बल्कि वह केरल में अपना ममता बनर्जी की तरह अलग दल बनाएं और वामपंथियों के साथ मिलकर विधानसभा का चुनाव लड़े और कांग्रेस को पश्चिम बंगाल की तरह केरल से बाहर करें। कांग्रेस हाई कमान को 2 मई को केरल में हुए समारोह पर अभी से मंथन करना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हंसी कभी व्यर्थ नहीं जाती है। उनके व्यंग्य भी राजनीतिक दृष्टि से असरदार होते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यंग्य का असर हो इससे पहले कांग्रेस को केरल पर गंभीरता से मंथन कर लेना चाहिए। कांग्रेस को शशि थरूर मामले में ढुलमुल नीति या रवैया नहीं अपनाना चाहिए बल्कि स्पष्ट और ठोस बात करनी चाहिए। कांग्रेस हाई कमान के सामने केरल भी बड़ी चुनौती बनने वाली है। केरल को कांग्रेस हाई कमान को गंभीरता से लेना होगा क्योंकि जाति जनगणना का लाभ कांग्रेस को बिहार और हिंदी पट्टी के राज्यों में मिलेगा। लेकिन भाजपा उसकी भरपाई शायद कांग्रेस को दक्षिण के राज्यों में उलझा कर करे। इसलिए कांग्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारों पर गंभीर चिंतन और मंथन करना चाहिए।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)