
-द ओपिनियन-
अहमदाबाद। कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने मोरबी पुल हादसे को लेकर भाजपा पर जमकर निशाना साधा है। पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने कहा कि मोरबी पुल गिरने की घटना ने गुजरात का नाम शर्मसार कर दिया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पुल हादसे के लिए अब तक सरकार की ओर किसी ने माफी नहीं मांगी और न ही किसी ने जिम्मेदारी स्वीकार कर इस्तीफा दिया है। पी चिदंबरम ने कहा कि मैंने रविवार को नो माफी, नो रिजाइनेशन नाम से एक कॉलम लिखा था। इस कॉलम में सात प्रश्न उठाए गए हैं। उल्लेखनीय है कि 30 अक्टूबर को गुजरात के मोरबी जिले में माच्छू नदी पर बना एक सस्पेंशन ब्रिज ढह गया था, जिसमें 135 लोगों की मौत हो गई थी।
चिदंबरम यहां गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी के लिए प्रचार करने आए थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि गुजरात को राज्य के मुख्यमंत्री के बजाय दिल्ली से संचालित किया जा रहा है। गुजरात विधानसभा चुनाव दो चरणों में होने हैं। पहले चरण का मतदान एक और दूसरे चरण का मतदान पांच दिसंबर को होंगे। मतों की गिनती आठ दिसंबर को होगी। चिदंबरम ने कहा, मेरी जानकारी में इतनी बड़ी त्रासदी के लिए किसी ने भी माफी नहीं मांगी और न ही किसी ने इस्तीफा दिया है। इसका कारण भाजपा का अहंकार है। अगर विदेश में ऐसा कुछ होता, तो तत्काल इस्तीफे हो जाते।
उन्होंने कहा, उन्होंने माफी नहीं मांगी है क्योंकि यहां की सरकार को लगता है कि वे आगामी चुनाव आसानी से जीत जाएंगे और उन्हें इस घटना के लिए जवाबदेह होने की जरूरत नहीं है।
न माफी न स्तीफा, पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री चिदंबरम का आरोप सही हैं लेकिन सोचने वाली बात यह है कि गुजरात हाईकोर्ट ने इस दुखान्तिका का संज्ञान लिया है, ऐसे में इस संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति न की जाए वरन् पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता,सहयोग मुहैया कराया जाए