– कृष्ण बलदेव हाडा

कोटा. राजस्थान में कोटा शहर को कैटल फ्री शहर बनाने के लिए और पशुपालकों के जीवन स्तर को सुधारने की दृष्टि से नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के प्रयासों से कई करोड़ रुपए खर्च करके देवनारायण आवासीय एकीकृत योजना बना दिए जाने के बावजूद शहर की सड़कों को अब तक स्थानीय प्रशासन आवारा मवेशियों से मुक्ति दिला पाने में विफल साबित हुआ है। आज भी पहले की तरह कोटा शहर की सड़कों पर दिन भर आवारा मवेशी बैठकर जुगाली करते रहते हैं जिसके कारण सामान्य यातायात के आवागमन में अकसर व्यवधान पैदा होता रहता है। यह समस्या रात को उस समय और गंभीर हो जाती है जब कई बार दुपहिया वाहन चालक इन वाहनों से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त होकर अस्पताल पहुंच जाते हैं क्योंकि विभिन्न कारणों से कई बार रोड़ लाइटें गुल हो जाने की वजह से सड़कों पर बैठे हुए यह आवारा मवेशी दुपहिया वाहन चालकों को नजर नहीं आते। नतीजा दुर्घटना के रूप में सामने आता है। सबसे बड़ी समस्या कोटा शहर की सीमा के आसपास बसे उन गांवों के पशुपालकों की वजह से है जो अब बूढे होकर दूध नहीं दे रहे पशुआें के अनुपयोगी साबित हो जाने व सांडों को घेर कर अपने गांव से खदेड़ते हुए कोटा शहर की सरहद के भीतर छोड़ जाते हैं जो दिन भर शहर की सड़कों पर मंडराते रहते हैं और न केवल सामान्य आवागमन के लिए
बड़ी बाधा के रूप में सामने आते हैं बल्कि उनकी वजह से कई बार लोगों पर जानलेवा हमले हो चुके हैं। लोग घायल होकर या तो लंबे समय तक घरों या अस्पताल में इलाज करवाने को मजबूर होते हैं या फिर कुछ लोगों को इसकी कीमत अपनी जान देकर भी चुकानी पड़ती है लेकिन अब नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने इस गंभीर समस्या को भांपते हुए इससे शहरवासियों को छुटकारा दिलाने के लिए पहल की है।

आवारा पशुओं की धरपकड़ करने के निर्देश

श्री धारीवाल ने जिला प्रशासन, नगर विकास न्यास, नगर निगम के अधिकारियों की बैठक लेकर शहर में आवारा पशुओं की रोकथाम करने एवं धरपकड़ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पशुपालकों के लिए देवनारायण योजना बना दी गई है। ऐसे में अधिकतर पशुपालक देवनारायण योजना में शिफ्ट हो गए हैं। शेष आवेदकों को भी द्वितीय चरण में शिफ्ट करने का कार्य किया जा रहा है। श्री धारीवाल ने शहर में सड़कों पर आवारा मवेशियों के घूमने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए नगर निगम को टीमें गठित कर धरपकड़ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 8-8 घंटे की समय अवधि तय करते हुए चार टीमें लगातार कार्य करें। उन्होंने आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए दोनों नगर निगमों में वर्तमान में उपलब्ध दो वाहनों के अतिरिक्त दो-दो वाहन लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन पशुपालकों द्वारा शहर में अपने मवेशियों को छोड़ा जाए उनके खिलाफ कार्रवाई करें। आवारा गाय एवं नंदी को गौशाला में शिफ्ट कर की कार्यवाही करें। अब जबकि पशुपालकों के लिए देवनारायण नगर आवास योजना बना दी गई है तो ऐसे में शहर में पशुपालन की अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी विभाग समन्वय से कार्य कर शहर को मवेशियों से मुक्त कराएं।

देवनारायण योजना की प्रगति की समीक्षा

स्वायत्त शासन मंत्री ने देवनारायण योजना की प्रगति की समीक्षा कर वर्तमान में शिफ्ट किए गए पशुपालकों के बारे में जानकारी ली । नगर विकास न्यास के अधिकारियों ने बताया कि अब तक 646 आवंटन किए जा चुके हैं जिनमें से 599 को कब्जा पत्र सौंप दिए गए हैं । जिनमें से 426 पशुपालकों द्वारा देवनारायण योजना में पशु शिफ्ट किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि योजना में अब तक 4501 मवेशी शिफ्ट किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि द्वितीय चरण में विद्युत कनेक्शन का कार्य शेष है। वर्तमान में कोटा दक्षिण में दादाबाड़ी विस्तार योजना घोड़ा बस्ती इत्यादि को छोड़कर अधिकतर स्थानों से पशुओं को हटा दिया गया है। उन्होंने बताया कि बारां रोड के आसपास का क्षेत्र स्टेशन क्षेत्र एवं नदी पार के क्षेत्र से पशुपालकों को हस्तांतरित किया जाना शेष है। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 738 आवास पूर्ण किए जा चुके हैं।

अतिरिक्त गौशाला निर्माण के लिए प्लान तैयार करने के निर्देश

श्री धारीवाल ने नगर निगम के अधिकारियों को आवारा पशुओं को पकड़ने के कार्य में गति लाने, आवारा पशुओं के लिए अतिरिक्त गौशाला निर्माण के लिए प्लान तैयार करने तथा बायलॉज के माध्यम से निजी भूमि पर पशुपालन नियमित पर नियंत्रित करने के संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहर में अवैध रूप से संचालित डेयरी पर कठोर कार्यवाही करें, सड़कों पर चारा बेचने वालों को नियंत्रित करें। बैठक में देवनारायण योजना में बायोगैस प्लांट से उत्पादित होने वाले फास्फेट फ्रॉम खाद के विक्रय के लिए विश्वविद्यालयों तथा सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के लिए जैविक खाद के विक्रय के संबंध में भी चर्चा की गई। इस अवसर पर जिला कलक्टर ओपी बुनकर, पुलिस अधीक्षक (शहर) केसर सिंह नगर विकास न्यास के ओएसडी आरडी मीणा, सचिव राजेश जोशी, नगर निगम आयुक्त वासुदेव मलावत (दक्षिण) के अतिरिक्त आयुक्त अंबा लाल मीणा सहित नगर निगम नगर विकास न्यास के अधिकारी गण उपस्थित रहे।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं)

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Neelam
Neelam
3 years ago

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