
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान में कोटा के नगर निगम (दक्षिण ) से कांग्रेस की पार्षद शमा मिर्जा ने बुधवार को निगम की सभी तीन सदस्य समितियों से अपना इस्तीफा महापौर राजीव अग्रवाल को सौंप दिया जबकि एक अन्य पार्षद ने ‘पारिवारिक कारणों’ से मौखिक रूप से निगम की दो समितियों से इस्तीफा देने की घोषणा की। राज्य सरकार की ओर से हाल ही में 19 जुलाई के कोटा नगर निगम (दक्षिण) में लम्बी प्रतीक्षा के बाद इन समितियों का 19 जुलाई को गठन किया गया था।
शमा मिर्जा को उद्यान समिति अध्यक्ष पद से हटा दिया गया
इस समिति के गठन में दो बार कोटा नगर निगम में पार्षद चुनी गई शमा मिर्जा को उद्यान समिति का अध्यक्ष बनाया गया था लेकिन गठन के डेढ़ सप्ताह बाद ही एक आदेश जारी कर इस समिति में फेरबदल कर शमा मिर्जा को कल अध्यक्ष पद से हटा दिया गया और उनके स्थान पर कुलदीप गौतम को उद्यान समिति का अध्यक्ष बनाया गया है तो इससे नाराज होकर शमा मिर्जा ने उन सभी समितियों से इस्तीफा दे दिया जिनमें उनको शामिल किया गया था।
इस बारे में कांग्रेस पार्षद शमा मिर्जा का कहना है कि वह दो बार कोटा नगर निगम में पार्षद चुनी गई है लेकिन अन्य सदस्यों की तुलना में ज्यादा वरिष्ठ होने के बावजूद उन्हें उद्यान समिति से हटाकर एक अन्य छोटी समिति का पदभार सौंपा जा रहा है जो उन्हें किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं है। उन्होंने 19 जुलाई को गठित की गई समितियों में से कल ही फेरबदल के बाद मौखिक रूप से कोटा नगर निगम (दक्षिण) के महापौर को अपने पद से इस्तीफा दिया जाने की बात कह दी थी लेकिन वह आज कोटा नगर निगम कार्यालय पहुंची और वहां विधिवत रूप से लिखित में कोटा नगर निगम की गठित समितियों से अपना इस्तीफा सौंप दिया।
पार्षद बनी रहेंगी
शमा मिर्जा ने कहा कि यह पार्षद बनी रहेंगी और कांग्रेस पार्टी और नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के प्रति निष्ठावान हैं और मंत्री श्री धारीवाल के लिए कार्य करती रहेगी। कल ही 19 जुलाई को बनी इन समितियों में अचानक कुछ फेरबदल किया गया था जिसके तहत पूर्व में बनाई गई राजस्व समिति के अध्यक्ष
मनोज गुप्ता को हटाकर उनकी जगह गफ्फार हुसैन को नया अध्यक्ष बनाया गया जबकि उधान समिति से शमा मिर्जा को हटाकर कुलदीप गौतम को अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। एक अन्य संशोधन में मेला समिति में अनिल सुवालका को शामिल किया गया था जो पूर्व में नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष के पद पर रह चुके है।
सहवरित पार्षद का इस्तीफा
एक अन्य घटनाक्रम में कोटा नगर निगम (दक्षिण) के ही एक सहवरित पार्षद संजय यादव ने पद से अपना इस्तीफा नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल को भेज दिया जिसकी प्रतिलिपि कोटा नगर निगम (दक्षिण) के महापौर औरशहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष रविंद्र त्यागी को भेजी गई है कहने को यादव ने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा देने की बात कही है लेकिन बताया जाता है कि वे नगर निगम में प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से उनकी उपेक्षा किए जाने से नाराज चल रहे थे और इसी नाराजगी के चलते उन्होंने अपना इस्तीफा नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री को भेजा है। वैसे यह बताया गया है कि यादव के पिता का पिछले साल निधन हो गया था।
इसके बाद से ही परिवारिक जिम्मेदारियों के आ जाने के कारण नगर निगम व उसकी समितियों से पद मुक्त होना चाह रहे थे और इसी क्रम में उन्होंने अपना इस्तीफा भेजा है। खास बात यह है कि इस्तीफ़ा देने वाले दोनों पार्षद नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल के विश्वासपात्र हैै व दोनों ने ही उनके प्रति निष्ठा जताई है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं)