
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान के कोटा में सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजन लाल जाटव ने कहा कि टूटी सड़कों के निर्माण में कोताही बरतने वाले किसी भी संवेदक के खिलाफ नरमी नहीं बरती जाए और ऐसा करने की सूरत में उसके खिलाफ सख्ती से पेश आया जाए, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि संवेदक के बकाया भुगतान के मामले में भी ढिलाई नहीं होनी चाहिए।
कार्यों को पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा कराएं
श्री जाटव ने कोटा में संभाग के जिलों में विभाग की निर्माणाधीन परियोजनाओं, बजट घोषणाओं, विभिन्न योजनाओं में पूर्ण किए गए और प्रस्तावित कार्यों की विस्तार से समीक्षा करते हुये कहा कि विभागीय अधिकारी सड़क निर्माण एवं रखरखाव कार्यों को समय पर गुणवत्ता के साथ पूरा करें। विभाग के कार्यों को स्वयं का कार्य मानें और तय समय पर बिना धनराशि व्यर्थ करे कार्यों को पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा कराएं। उन्होंने कहा कि जनहित और आमजन को राहत देने वाले कार्य प्राथमिकता से पूर्ण किए जाए। वे गुरूवार को कलेक्ट्रेट में संभाग में विभागीय कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने निर्देश दिए कि स्वीकृत कार्यों में विलम्ब ना हो, वर्क ऑर्डर और एग्रीमेंट होते ही 15 दिवस के अन्दर कार्य शुरू करा दिए जाएं। उन्होंने कहा कि कार्यों की अधिकता के कारण रात दिन कार्य करने की जरूरत है। साथ ही गुणवत्ता के साथ कतई समझौता नहीं किया जाए।निर्माणाधीन सभी कार्य सितम्बर 2023 तक अनिवार्य रूप से पूरे कर लिए जाएं। समय पूर्व कार्य पूर्ण करने वाले अधिकारियों को प्रदेश स्तर पर सम्मानित भी किया जायेगा।
सडकों के सर्वे के निर्देश
मंत्री ने निर्देश दिए कि स्थानीय निकाय क्षेत्रों में सडकों का सर्वे कराया जाए। कहीं भी क्षतिग्रस्त सड़क पाई जाएं तो संवेदक की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि संवेदकों को भुगतान में बेवजह विलम्ब नहीं किया जावे और यदि उनकी ओर से कोई लापरवाही हो तो उनके साथ कोई ढिलाई नहीं बरती जाए। नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाए। मंत्री ने निर्देश दिए कि निर्माण कार्यो के दौरान सेनेटरी फिटिंग और विद्युत फिटिंग कार्य गुणवत्ता के साथ किए जाएं ताकि बाद में ये दिक्कत पैदा कर अनावश्यक व्यय का कारण ना बनें। उपयोग में ली जाने वाली सामग्री उच्च श्रेणी की हो और इसकी गुणवत्ता का परीक्षण भली भांति कर लिया जाए। बडी परियोजनाओं के संबंध में उन्होंने निर्देश दिए कि कार्य आरंभ होने से पूर्व इनके मॉडल बनवाए जाएं और मौके पर डाइंग डिजाइन लगवाई जाए साथ ही निर्माण संबंधी सम्पूर्ण ब्योरा मौके पर अधिकृत अधिकारी के पास मौजूद रहे।