
-द ओपिनियन-
इंडानेशिया के बाली में जी-20 देशों की बैठक चल रही है। जी-20 एक प्रकार से दुनिया के 20 सबसे बली देशों का संगठन है। अर्थव्यवस्था, विदेश व्यापार और आबाद इन तीनों क्षेत्रों में ये 20 दिन शेष पूरी दुनिया में भारी पड़ते हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार सुबह बैठक को संबोधित किया और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से एक अनौपचारिक मुलाकात की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने दोनों की मुलाकात की जानकारी देते हुए एक तस्वीर भी साझा की है। कूटनीतिकि क्षेत्रों में सवाल यह भी तैर रहा है कि क्या इस मौके पर पीएम मोदी की चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात होगी। इस मुलाकात के लिए कोई पूर्व तय कार्यक्रम नहीं है। पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के चलते दोनों देशों के बीच रिश्तों पर बर्फ जमी है। चीन के आक्रामक रुख के चलते बिगडे हालात में सैन्य स्तर की कई दौर की वार्ता के बाद भी सुधार नहीं हुआ है।
दिया शांति का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने जी 20 देशों की बैठक में अपने संबोधन में दुनिया के सामने मौजूदा सभी समस्याओं को छुआ और अपनी बात खुलकर कही। आज यूक्रेन युद्ध के कारण दुनिया टकराव के नए द्वार पर खड़ी है। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी ने युद्ध विराम व शांति के रास्ते पर लौटने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हमें युद्धविराम व कूटनीति के रास्ते पर आगे बढकर ही यूक्रेन संकट का हल निकालना होगा। दुनिया ने दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान तबाही देखी थी और तब के नेताओं ने उस संकट से निकलने के लिए गंभीर प्रयास किए थे और यशांति का रास्ता पकड़ा था। अब हमारी बारी है और हमें उस ओर बढना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के बाद नया विश्व आर्डर तैयार हो रहा है और इसकी जिम्मेदारी अब हमारे उपर है। प्रधानमंत्री शांति सुरक्षा और सद्भाव पर जोर दिया और उसे वक्त की जरूरत बताया।
निर्बाध उर्जा आपूर्ति की हिमायत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्बाध ऊर्जा आपूर्ति की हिमायत की। उन्होंने ऊर्जा आपूर्ति में स्थिरता सुनिश्चित करने का आह्वान किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि दुनिया के विकास के लिए भारत की ऊर्जा सुरक्षा जरूरी है। भारत दुनिया की सबसे तेजी से आगे बढ़ रही अर्थव्यवस्था है। हमें ऊर्जा की आपूर्ति पर किसी भी तरह के प्रतिबंधन नहीं लगाने चाहिए। भारत इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण में विकास को गति दी जाए।

बाइडेन के साथ दोस्ती की मिली झलक
पीएम मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ हुई मुलाकात में उनकी दोस्ती व अपनापन नजर आया। इस दौरान दोनों नेता काफी देर तक एक-दूसरे से चर्चा करते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं, इससे ठीक पहले प्रधानमंत्री मोदी विदेश मंत्री एस जयशंकर, एनएसए अजित डोभाल और जी-20 शेरपा अमिताभ कांत के साथ किसी विषय पर मंथन करते नजर आए।

















